NCERT Solutions for Class 6th: पाठ - 1 वह चिड़िया जो (कविता) हिंदी वसंत भाग-I
केदारनाथ अग्रवाल
पृष्ठ संख्या: 2
प्रश्न अभ्यास
कविता से
उत्तर
'छोटी चिड़िया'
3. इस कविता के आधार पर बताओ कि चिड़िया को किन-किन चीज़ों से प्यार है?
उत्तर
चिड़िया को अन्न से, जंगल से और जिस नदी से वह ठंडा और मीठा पानी पीती है उससे प्यार है।
4. कवि ने चिड़िया को छोटी, संतोषी, मुँह बोली, गरबीली चिड़िया क्यों कहा है?
उत्तर
चिड़िया आकार में छोटी है इसलिए कवि ने उसे छोटी कहा है। वह अन्न के दाने में ही संतुष्ट है इसलिए उसे संतोषी बताया गया है। वह सारी बातों को बोल देती है इसलिए उसे मुँह बोली कहा है। वह छोटी होते हुए भी नदी से पानी पीने का साहसी काम करती है इसलिए गरबीली चिड़िया कहा गया है।
5. आशय स्पष्ट करो -
उत्तर
चिड़िया आकार में छोटी है इसलिए कवि ने उसे छोटी कहा है। वह अन्न के दाने में ही संतुष्ट है इसलिए उसे संतोषी बताया गया है। वह सारी बातों को बोल देती है इसलिए उसे मुँह बोली कहा है। वह छोटी होते हुए भी नदी से पानी पीने का साहसी काम करती है इसलिए गरबीली चिड़िया कहा गया है।
5. आशय स्पष्ट करो -
(क) रस उँडेल कर गा लेती है
उत्तर
चिड़िया जब खुश होकर गाने लगती है तब ऐसा लगता है मानो उसने अपना सारा रस उस गाने में उड़ेल दिया है।
जल का मोती ले जाती है
उत्तर
छोटी चिड़िया जल से भरी उफनती नदी के बीच से जल का मोती यानी पानी की बूंदों को अपने चोंच में भरकर लाती है और अपनी प्यास को शांत करती है|
छोटी चिड़िया जल से भरी उफनती नदी के बीच से जल का मोती यानी पानी की बूंदों को अपने चोंच में भरकर लाती है और अपनी प्यास को शांत करती है|
पृष्ठ संख्या: 3
अनुमान और कल्पना
मैना - हल्का काला रंग
कौआ - शरीर - काला रंग, पंख - हल्का या गहरा रंग
बतख - चोंच और पाँव - हल्का पीला रंग, शरीर - सफ़ेद पंखों से भरा
कबूतर - शरीर - सलेटी रंग, आँखें - लाल, पाँव - गुलाबी, गला - सतरंगी रंग
1. पंखों वाली चिड़िया
ऊपर वाली दराज
नीले पंखों वाली चिड़िया
भाषा की बात
ऊपर वाली दराज
नीले पंखों वाली चिड़िया
सबसे ऊपर वाली दराज
यहाँ रेखांकित शब्द विशेषण का काम कर रहे हैं। अगले पृष्ठ पर' वाला/वाली' जोड़कर बनने वाले कुछ और विशेषण दिए गए हैं। ऊपर दिए गए उदाहरणों की तरह इनके आगे एक-एक विशेषण और जोड़ो -
यहाँ रेखांकित शब्द विशेषण का काम कर रहे हैं। अगले पृष्ठ पर' वाला/वाली' जोड़कर बनने वाले कुछ और विशेषण दिए गए हैं। ऊपर दिए गए उदाहरणों की तरह इनके आगे एक-एक विशेषण और जोड़ो -
................................... मोरों वाला बाग
► रंग-बिरंगे
................................... पेडों वाला घर
► हरे-भरे
................................... फूलों वाली क्यारी
................................... फूलों वाली क्यारी
► लाल
................................... खादी वाला कुर्ता
................................... खादी वाला कुर्ता
► सफ़ेद
................................... रोने वाला बच्चा
................................... रोने वाला बच्चा
► ज्यादा
................................... मूँछों वाला आदमी
................................... मूँछों वाला आदमी
► बड़ी
वह चिड़िया ........ रस उँडेल कर गा लेती है।
कविता की इन पंक्तियों में मोटे छापे वाले शब्दों को ध्यान से पढ़ो। पहले वाक्य में 'रुचि से' खाने के ढंग की और दूसरे वाक्य में 'रस उँडेल कर' गाने के ढंग की विशेषता बता रहे हैं। अत: ये दोनों क्रिया-विशेषण हैं। नीचे दिए वाक्यों कार्य के ढंग या रीति से संबंधित क्रिया-विशेषण छाँटो -
(क) सोनाली जल्दी-जल्दी मुँह में लड्डू ठूँसने लगी।
► जल्दी-जल्दी
(ख) गेंद लुढ़कती हुई झाड़ियों में चली गई।
► लुढ़कती हुई
(ग) भूकंप के बाद जनजीवन धीरे- धीरे सामान्य होने लगा।
► धीरे- धीरे
(घ) कोई सफ़ेद-सी चीज धप्प से आँगन में गिरी।
► सफ़ेद-सी
(ड) टॉमी फुर्ती से चोर पर झपटा।
(ड) टॉमी फुर्ती से चोर पर झपटा।
► फुर्ती से
(च) तेजिंदर सहमकर कोने में बैठ गया।
(च) तेजिंदर सहमकर कोने में बैठ गया।
► सहमकर
(छ) आज अचानक ठंड बढ़ गई है।
(छ) आज अचानक ठंड बढ़ गई है।