Download Previous Year Question Paper of Hindi Course 'B' Class 10th Summative Assessment II 2015
निर्धारित समय: 3 घंटे
अधिकतम अंक: 90
निर्देश -
1. इस प्रश्न पत्र में कुल चार खंड हैं - क, ख, ग और घ।
3. चारों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
4. यथासंभव प्रत्येक खण्ड के उत्तर क्रमशः दीजिए।
1. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए। (2×6=12)
मनुष्य जीवन की सबसे बड़ी सिद्धि अपने अहं के सम्पूर्ण त्याग में है। जहाँ वह शुद्ध समर्पण के उदात्त भाव से प्रेरित होकर अपने 'स्व' का त्याग करने को प्रस्तुत होता है वहीं उसके व्यक्तित्व की महानता परिलक्षित होती है। साहित्यानुरागी जब उच्च साहित्य रसस्वादन करते समय स्वयं की सत्ता को भूलकर पात्रों के मनोभावों के साथ एकत्व स्थापित कर लेता है तभी उसे साहित्यानन्द की दुर्लभ मुक्तामणि प्राप्त होती है। भक्त जब अपने आराध्य देव के चरणों में अपने 'आप' को अर्पित कर देता है और पूर्णतः प्रभु की इच्छा में अपनी इच्छा को लय कर देता है भी उसे प्रभु भक्ति की अलभ्य पूँजी मिलती है। यह विचित्र विरोधाभास है कि कुछ और प्राप्त करने के लिए स्वयं को भूल जाना ही एकमात्र सरल और सुनिश्चित उपाय है। यह अत्यन्त सरल दिखने वाला उपाय अत्यन्त कठिन भी है। भौतिकी जगत में अपनी क्षुद्रता को समझते हुए भी मानव हृदय अपने अस्तित्व के झूठे अहंकार में डूबा रहता है उसका त्याग कर पाना उसकी सबसे कठिन परीक्षा है। किन्तु यही उसके व्यक्तित्व की चरम उपलब्धि भी है। दूसरे का निःस्वार्थ प्रेम प्राप्त करने के लिए अपनी इच्छा-आकांक्षाओं और लाभ-हानि को भूल कर उसके प्रति सर्वस्व समर्पण एक एकमात्र माध्यम है। इस प्राप्ति का अनिवर्चनीय सुख वही चख सकता है जिसने स्वयं को देना-लुटाना जाना हो। इस सर्वस्व समर्पण से उपजी नैतिक और चारित्रिक दृढ़ता, अपूर्व समृद्धि और परमानन्द का सुख वह अनुरागी चित्त ही समझ सकता है जो -
(क) मनुष्य जीवन की महानता किसमें है? लेखक ऐसा क्यों मानता है?
(ख) 'साहित्यानुरागी' से क्या तात्पर्य है? उसे आनंद किस प्रकार प्राप्त होता है?
(ग) प्रभु-भक्ति की पूँजी कैसी बतायी गयी है और भक्त उसे कब प्राप्त कर सकता है?
(घ) मनुष्य के व्यक्तित्व की चरम उपलब्धि क्या है और क्यों?
(ड़) 'विचित्र विरोधाभास' किस माना गया है और क्यों?
(च) 'सर्वस्व समर्पण' का क्या क्या तात्पर्य है और ऐसा करने के क्या लाभ हैं?
2. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- (2×4=8)
किस भाँति जीना चाहिए किस भाँति मरना चाहिए,
सो सब हमें निज पूर्वजों से याद करना चाहिए।
पद-चिन्ह उनके यत्नपूर्वक खोज लेना चाहिए,
निज पूर्व-गौरव-दीप को बुझने न देना चाहिए।
आओ मिलें सब देश-बांधव हर बनकर देश के,
साधक बने सब प्रेम से सुख-शांतिमय उद्देश्य के।
क्या सांप्रदायिक भेद से है, ऐक्य मिट सकता अहो,
बनती नहीं क्या एक माला विविध सुमनों की कहो,
प्राचीन हो कि नवीन, छोड़ो रूढ़ियाँ जो हों बुरी,
बनकर विवेकी तुम दिखाओ, हंस जैसी चातुरी,
प्राचीन बातें ही भली हैं, यह विचार अलीक है
जैसी अवस्था हो जहाँ वैसी व्यवस्था ठीक है,
मुख से न होकर चित्त से देशानुरागी हो सदा।
देकर उन्हें साहाय्य भरसक सब विपत्ति व्यथा हरो,
निज दुःख से ई दूसरों के दुःख का अनुभव करो।
(क) हमें पूर्वजों से क्या-क्या सीखना चाहिए?
(ख) विविध सुमनों की एक माला से कवि क्या समझाना चाहता है?
(ग) कविता में हंस के उदाहरण के द्वारा कवि क्या प्रतिपादित करना चाहता है?
(घ) भाव स्पष्ट कीजिए - "मुख से न होकर चित्त से देशानुरागी हो सदा"।
3. शब्द, पद के रूप में कब बदल जाता है? उदाहरण देकर शब्द और पद का भेद स्पष्ट कीजिए। (1+1=2)
4. निर्देशानुसार उत्तर दीजिए: (1×=3)
(क) सरला ने कहा कि वह कक्षा में प्रथम रही। (रचना के आधार पर वाक्य-भेद बताइए)
(ख) लोकप्रियता के कारण उसका जोरदार स्वागत हुआ। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
(ग) वे बाज़ार गए और सब्ज़ी ले आए। (सरल वाक्य में बदलिए)
5. (क) निम्नलिखित का विग्रह करके समास का नाम लिखिए: (1+1=2)
हाथी-घोड़े, पीतांबर।
(ख) निम्नलिखित का समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए: (1+1=2)
घन के समान श्याम, देश का वासी।
6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए: (1×4=4)
(क) एक सोने का हार ले आओ।
(ख) कृपया आज का अवकाश देने की कृपा करें।
(ग) मुझे हजार रुपए चाहिएँ।
(घ) क्या वह देख लिया है?
7. निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में इस प्रकार प्रयोग कीजिए कि उनका अर्थ स्पष्ट हो जाए: (1+1=2)
काम तमाम कर देना, हक्का-बक्का रह जाना।
8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (2+2+1=5)
(क) 'गिरगिट' पाठ में येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को उसके दोषी होने के क्या कारण बताए?
(ख) शेख अयाज़ के पिता भोजन छोड़कर क्यों उठ खड़े हुए?इससे उनके व्यक्तित्व की किस विशेषता का पता चलता है? 'अब कहाँ दूसरों के दुःख से दुखी होने वाले' पाठ के आधार पर लिखिए।
(ग) शुद्ध सोना और गिन्नी का सोना अलग-अलग कैसे है? स्पष्ट कीजिए।
9. 'गिरगिट' कहानी समाज में व्याप्त चाटुकारिता पर करारा व्यंग्य है - इसे पाठ के आधार पर सोदाहरण सिद्ध कीजिए। (5)
10. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए: (2+2+1=5)
यह और बात है कि इस हिस्सेदारी में मानव जाति ने अपनी बुद्धि से बड़ी-बड़ी दीवारें खड़ी कर दी हैं। पहले पूरा संसार एक परिवार के समान था, अब टुकड़ों में बँटकर एक-दूसरे से दूर हो चूका है। पहले बड़े-बड़े दालानों में सब मिल-जुलकर रहते थे। अब छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में जीवन सिमटने लगा है।
(क) किस हिस्सेदारी में मानव ने दीवारें खड़ी कर दी हैं और कैसे?
(ख) पूरा संसार अब कैसा हो गया है और क्यों?
(ग) 'छोटे-छोटे डिब्बों जैसे घरों' कथन से क्या आशय है?
11. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (2+2+1=5)
(क) 'मधुर-मधुर मेरे दीपक जल' कविता में कवयित्री किसका पथ आलोकित करना चाहती है। स्पष्ट कीजिए।
(ख) 'कर चले हम फ़िदा' कविता में कवि ने 'साथियों संबोधन का प्रयोग किसके लिया किया है और क्यों?
(ग) ग्रीष्म ऋतू में संसार तपोवन-सा कैसे हो जाता है? बिहारी के 'दोहे के आधार पर उत्तर दीजिए।
12. 'मनुष्यता' कविता के माध्यम से कवि ने किन गुणों को अपनाने का संकेत दिया है? तर्क-सहित उत्तर दीजिए। (5)
13. टोपी नवीं कक्षा में दो बार फेल हो गया। एक ही कक्षा में दो-दो बार बैठने से टोपी को किन भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा होगा? उसकी भावनात्मक परेशानियों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा व्यवस्था में आपके विचार से क्या परिवर्तन होने चाहिए? तर्क-सहित उत्तर दीजिए। (5)
14. दिए गए संकेत-बिन्दुओं के आधार पर किसी एक विषय पर लगभग 80-100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए: (5)
(क) हमारा देश
• भौगौलिक विस्तार
• समाज और संस्कृति
• आज का बदलता रूप
(ख) श्रम का महत्व
• श्रम और मानव जीवन
• लाभ
• सुझाव
(ग) भारत की बढ़ती जनसंख्या
• देश की प्रगति और जनसंख्या
• हानियाँ
• सुझाव
15. विश्व पुस्तक मेले 'गांधी दर्शन' से सम्बन्धित स्टाल में गाँधी साहित्य के प्रचार के लिए कुछ युवक-युवतियों की आवश्यकता है।आप अपनी योग्यताओं और रुचियों का विवरण देते हुए 'गाँधी स्मृति' संस्था के अध्यक्ष को आवेदन पत्र लिखिए। (5)
16. आपके विद्यालय में एक सप्ताह के लिए 'नेत्र चिकित्सा शिविर' लगाया जा रहा है, जिसमें निःशुल्क नेत्र-परीक्षण किया जाएगा। स्थानीय जनता की सूचना के लिए 30 शब्दों में एक सूचना-पत्रक लिखिए। (5)
17. मोबाइल फोन से होने वाले के संबंध में मित्र से हुए वार्तालाप का एक संवाद 50 शब्दों में तैयार कीजिए। (5)
18. हिंदी की पुस्तकों की प्रदर्शनी में आधे मूल्य पर बिक रही महत्वपूर्ण पुस्तकों को खरीदकर लाभ उठाने के लिए लगभग 25 शब्दों में एक विज्ञापन लिखिए। (5)
अधिकतम अंक: 90
निर्देश -
1. इस प्रश्न पत्र में कुल चार खंड हैं - क, ख, ग और घ।
3. चारों खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
4. यथासंभव प्रत्येक खण्ड के उत्तर क्रमशः दीजिए।
खण्ड - क
1. निम्नलिखित गद्यांश को पढ़कर नीचे दिए गए प्रश्नों के उत्तर सही विकल्प चुनकर दीजिए। (2×6=12)
मनुष्य जीवन की सबसे बड़ी सिद्धि अपने अहं के सम्पूर्ण त्याग में है। जहाँ वह शुद्ध समर्पण के उदात्त भाव से प्रेरित होकर अपने 'स्व' का त्याग करने को प्रस्तुत होता है वहीं उसके व्यक्तित्व की महानता परिलक्षित होती है। साहित्यानुरागी जब उच्च साहित्य रसस्वादन करते समय स्वयं की सत्ता को भूलकर पात्रों के मनोभावों के साथ एकत्व स्थापित कर लेता है तभी उसे साहित्यानन्द की दुर्लभ मुक्तामणि प्राप्त होती है। भक्त जब अपने आराध्य देव के चरणों में अपने 'आप' को अर्पित कर देता है और पूर्णतः प्रभु की इच्छा में अपनी इच्छा को लय कर देता है भी उसे प्रभु भक्ति की अलभ्य पूँजी मिलती है। यह विचित्र विरोधाभास है कि कुछ और प्राप्त करने के लिए स्वयं को भूल जाना ही एकमात्र सरल और सुनिश्चित उपाय है। यह अत्यन्त सरल दिखने वाला उपाय अत्यन्त कठिन भी है। भौतिकी जगत में अपनी क्षुद्रता को समझते हुए भी मानव हृदय अपने अस्तित्व के झूठे अहंकार में डूबा रहता है उसका त्याग कर पाना उसकी सबसे कठिन परीक्षा है। किन्तु यही उसके व्यक्तित्व की चरम उपलब्धि भी है। दूसरे का निःस्वार्थ प्रेम प्राप्त करने के लिए अपनी इच्छा-आकांक्षाओं और लाभ-हानि को भूल कर उसके प्रति सर्वस्व समर्पण एक एकमात्र माध्यम है। इस प्राप्ति का अनिवर्चनीय सुख वही चख सकता है जिसने स्वयं को देना-लुटाना जाना हो। इस सर्वस्व समर्पण से उपजी नैतिक और चारित्रिक दृढ़ता, अपूर्व समृद्धि और परमानन्द का सुख वह अनुरागी चित्त ही समझ सकता है जो -
'ज्यों-ज्यों बूड़े श्याम रंग, त्यों-त्यों उज्जवल होय'
(क) मनुष्य जीवन की महानता किसमें है? लेखक ऐसा क्यों मानता है?
(ख) 'साहित्यानुरागी' से क्या तात्पर्य है? उसे आनंद किस प्रकार प्राप्त होता है?
(ग) प्रभु-भक्ति की पूँजी कैसी बतायी गयी है और भक्त उसे कब प्राप्त कर सकता है?
(घ) मनुष्य के व्यक्तित्व की चरम उपलब्धि क्या है और क्यों?
(ड़) 'विचित्र विरोधाभास' किस माना गया है और क्यों?
(च) 'सर्वस्व समर्पण' का क्या क्या तात्पर्य है और ऐसा करने के क्या लाभ हैं?
2. निम्नलिखित काव्यांश को पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए- (2×4=8)
किस भाँति जीना चाहिए किस भाँति मरना चाहिए,
सो सब हमें निज पूर्वजों से याद करना चाहिए।
पद-चिन्ह उनके यत्नपूर्वक खोज लेना चाहिए,
निज पूर्व-गौरव-दीप को बुझने न देना चाहिए।
आओ मिलें सब देश-बांधव हर बनकर देश के,
साधक बने सब प्रेम से सुख-शांतिमय उद्देश्य के।
क्या सांप्रदायिक भेद से है, ऐक्य मिट सकता अहो,
बनती नहीं क्या एक माला विविध सुमनों की कहो,
प्राचीन हो कि नवीन, छोड़ो रूढ़ियाँ जो हों बुरी,
बनकर विवेकी तुम दिखाओ, हंस जैसी चातुरी,
प्राचीन बातें ही भली हैं, यह विचार अलीक है
जैसी अवस्था हो जहाँ वैसी व्यवस्था ठीक है,
मुख से न होकर चित्त से देशानुरागी हो सदा।
देकर उन्हें साहाय्य भरसक सब विपत्ति व्यथा हरो,
निज दुःख से ई दूसरों के दुःख का अनुभव करो।
(क) हमें पूर्वजों से क्या-क्या सीखना चाहिए?
(ख) विविध सुमनों की एक माला से कवि क्या समझाना चाहता है?
(ग) कविता में हंस के उदाहरण के द्वारा कवि क्या प्रतिपादित करना चाहता है?
(घ) भाव स्पष्ट कीजिए - "मुख से न होकर चित्त से देशानुरागी हो सदा"।
खंड - ख
3. शब्द, पद के रूप में कब बदल जाता है? उदाहरण देकर शब्द और पद का भेद स्पष्ट कीजिए। (1+1=2)
4. निर्देशानुसार उत्तर दीजिए: (1×=3)
(क) सरला ने कहा कि वह कक्षा में प्रथम रही। (रचना के आधार पर वाक्य-भेद बताइए)
(ख) लोकप्रियता के कारण उसका जोरदार स्वागत हुआ। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
(ग) वे बाज़ार गए और सब्ज़ी ले आए। (सरल वाक्य में बदलिए)
5. (क) निम्नलिखित का विग्रह करके समास का नाम लिखिए: (1+1=2)
हाथी-घोड़े, पीतांबर।
(ख) निम्नलिखित का समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए: (1+1=2)
घन के समान श्याम, देश का वासी।
6. निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध रूप में लिखिए: (1×4=4)
(क) एक सोने का हार ले आओ।
(ख) कृपया आज का अवकाश देने की कृपा करें।
(ग) मुझे हजार रुपए चाहिएँ।
(घ) क्या वह देख लिया है?
7. निम्नलिखित मुहावरों का वाक्यों में इस प्रकार प्रयोग कीजिए कि उनका अर्थ स्पष्ट हो जाए: (1+1=2)
काम तमाम कर देना, हक्का-बक्का रह जाना।
खंड - ग
8. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (2+2+1=5)
(क) 'गिरगिट' पाठ में येल्दीरीन ने ख्यूक्रिन को उसके दोषी होने के क्या कारण बताए?
(ख) शेख अयाज़ के पिता भोजन छोड़कर क्यों उठ खड़े हुए?इससे उनके व्यक्तित्व की किस विशेषता का पता चलता है? 'अब कहाँ दूसरों के दुःख से दुखी होने वाले' पाठ के आधार पर लिखिए।
(ग) शुद्ध सोना और गिन्नी का सोना अलग-अलग कैसे है? स्पष्ट कीजिए।
9. 'गिरगिट' कहानी समाज में व्याप्त चाटुकारिता पर करारा व्यंग्य है - इसे पाठ के आधार पर सोदाहरण सिद्ध कीजिए। (5)
10. निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए: (2+2+1=5)
यह और बात है कि इस हिस्सेदारी में मानव जाति ने अपनी बुद्धि से बड़ी-बड़ी दीवारें खड़ी कर दी हैं। पहले पूरा संसार एक परिवार के समान था, अब टुकड़ों में बँटकर एक-दूसरे से दूर हो चूका है। पहले बड़े-बड़े दालानों में सब मिल-जुलकर रहते थे। अब छोटे-छोटे डिब्बे जैसे घरों में जीवन सिमटने लगा है।
(क) किस हिस्सेदारी में मानव ने दीवारें खड़ी कर दी हैं और कैसे?
(ख) पूरा संसार अब कैसा हो गया है और क्यों?
(ग) 'छोटे-छोटे डिब्बों जैसे घरों' कथन से क्या आशय है?
11. निम्नलिखित प्रश्नों के उत्तर दीजिए: (2+2+1=5)
(क) 'मधुर-मधुर मेरे दीपक जल' कविता में कवयित्री किसका पथ आलोकित करना चाहती है। स्पष्ट कीजिए।
(ख) 'कर चले हम फ़िदा' कविता में कवि ने 'साथियों संबोधन का प्रयोग किसके लिया किया है और क्यों?
(ग) ग्रीष्म ऋतू में संसार तपोवन-सा कैसे हो जाता है? बिहारी के 'दोहे के आधार पर उत्तर दीजिए।
12. 'मनुष्यता' कविता के माध्यम से कवि ने किन गुणों को अपनाने का संकेत दिया है? तर्क-सहित उत्तर दीजिए। (5)
13. टोपी नवीं कक्षा में दो बार फेल हो गया। एक ही कक्षा में दो-दो बार बैठने से टोपी को किन भावनात्मक चुनौतियों का सामना करना पड़ा होगा? उसकी भावनात्मक परेशानियों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा व्यवस्था में आपके विचार से क्या परिवर्तन होने चाहिए? तर्क-सहित उत्तर दीजिए। (5)
खंड - घ
14. दिए गए संकेत-बिन्दुओं के आधार पर किसी एक विषय पर लगभग 80-100 शब्दों में एक अनुच्छेद लिखिए: (5)
(क) हमारा देश
• भौगौलिक विस्तार
• समाज और संस्कृति
• आज का बदलता रूप
(ख) श्रम का महत्व
• श्रम और मानव जीवन
• लाभ
• सुझाव
(ग) भारत की बढ़ती जनसंख्या
• देश की प्रगति और जनसंख्या
• हानियाँ
• सुझाव
15. विश्व पुस्तक मेले 'गांधी दर्शन' से सम्बन्धित स्टाल में गाँधी साहित्य के प्रचार के लिए कुछ युवक-युवतियों की आवश्यकता है।आप अपनी योग्यताओं और रुचियों का विवरण देते हुए 'गाँधी स्मृति' संस्था के अध्यक्ष को आवेदन पत्र लिखिए। (5)
16. आपके विद्यालय में एक सप्ताह के लिए 'नेत्र चिकित्सा शिविर' लगाया जा रहा है, जिसमें निःशुल्क नेत्र-परीक्षण किया जाएगा। स्थानीय जनता की सूचना के लिए 30 शब्दों में एक सूचना-पत्रक लिखिए। (5)
17. मोबाइल फोन से होने वाले के संबंध में मित्र से हुए वार्तालाप का एक संवाद 50 शब्दों में तैयार कीजिए। (5)
18. हिंदी की पुस्तकों की प्रदर्शनी में आधे मूल्य पर बिक रही महत्वपूर्ण पुस्तकों को खरीदकर लाभ उठाने के लिए लगभग 25 शब्दों में एक विज्ञापन लिखिए। (5)