NCERT Solutions for Class 8th: पाठ 14 - अकबरी लोटा हिंदी वसंत भाग- III
- अन्नपूर्णानंद वर्मा
पृष्ठ संख्या: 89प्रश्न अभ्यास
कहानी की बात
उत्तर
2. "लाला झाऊलाल ने फ़ौरन दो और दो जोड़कर स्थिति को समझ लिया।" आपके विचार से लाला झाऊलाल ने कौन-कौन सी बातें समझ ली होंगी?
उत्तर
लोटा गिरने पर गली में मचे शोर को सुनकर भारी भीड़ लाला झाऊलाल आँगन में घुस आई। एक अंग्रेज को भीगे हुए तथा पैर सहलाते हुए देखकर वे समझ गए कि स्थिति गंभीर है और इस समय उनका चुप रहना ही ठीक है।
3. अंग्रेज के सामने बिलवासीजी ने झाऊलाल को पहचान ने तक से क्यों इनकार कर दिया था? आपके विचार से बिलवासीजी ऐसा अजीब व्यवहार क्यों कर रहे थे? स्पष्ट कीजिए ।
उत्तर
अंग्रेज के सामने बिलवासीजी ने झाऊलाल को पहचानने से इनकार कर दिया क्यों कि वह अपनी योजना पूरी करना चाहते थे जिससे पैसे कि व्यवस्था हो सकें। यदि वे लालाजी को पहचानते तो योजना विफल हो जाती। पंडित बिलवासी मिश्र ऐसा अजीब व्यवहार इसलिए भी कर रहे थे कि अंग्रेज को ज़रा भी संदेह न हो कि वह लाला झाऊलाल का आदमी है।
4. बिलवासीजी ने रुपयों का प्रबंध कहाँ से किया था? लिखिए।
उत्तर
बिलवासीजी ने रुपयों का प्रबंध अपने ही घर से अपनी पत्नी के संदूक से चोरी कर किया था। बाद में उन्हों ने रुपये चुप-चाप वहीं रख दिए।
5. आपके विचार से अंग्रेज ने वह पुराना लोटा क्यों खरीद लिया? आपस में चर्चा करके वास्तविक कारण की खोज कीजिये और लिखिए।
उत्तर
अंग्रेज़ को पुरानी ऐतिहासिक चीज़ें इकट्ठा करने का शौक था। उसके एक मित्र ने 300 रूपए देकर एक जहाँगीरी अंडा खरीदा था। उसे हीन दिखाने के लिए अंग्रेज़ ने यह लोटा, अकबरी लोटा समझकर 500 रूपए में खरीदा।
अनुमान और कल्पना
1. ''इस भेद को मेरे सिवाए मेरा ईश्वर ही जानता है। आप उसी से पूछ लीजिए। मैं नहीं बताँऊंगा।'' बिलवासी जी ने यह बात किससे और क्यों कही? लिखिए।
उत्तर
2. "उस दिन रात्रि में बिलवासीजी को देर तक नींद नहीं आई।" समस्या झाऊलाल कि थी और नींद बिलवासीजी कि उड़ी तो क्यों? लिखिए।
उत्तर
बिलवासीजी अपनी पत्नी के सो जाने कि प्रतीक्षा कर रहे थे ताकि वे सोई पत्नी के गले सोने कि वह सिगड़ी निकाल सकें, जिसमें एक ताली बँधी हुई थी। वे ताला खोल कर पत्नी के रुपयों को उसके संदूक में वैसे ही चुप-चाप रख देना चाहते थे जैसे वे निकाले थे। यह समस्या झाऊलाल कि नहीं बिलवासीजी कि थी।
3. ''लेकिन मुझे इसी जिंदगी में चाहिए।''
''सप्ताह से आपका तात्पर्य सात दिन से है या सात वर्षसे?''
झाऊलाल और उनकी पत्नी के बीच की इस बातचीत से क्या पता चलता है? लिखिए।
उत्तर
क्या होता यदि
1. अंग्रेज़ लोटा न खरीदता?
उत्तर
2. यदि अंग्रेज़ पुलिस को बुला लेता?
उत्तर
3. जब बिलवासी अपनी पत्नी के गले से चाबी निकाल रहे थे, तभी उनकी पत्नी जाग जाती?
उत्तर
भाषा की बात
1. इस कहानी में लेखक ने जगह-जगह पर सीधी-सी बात कहने के बजाय रोचक मुहावरों, उदाहरणों आदि के द्वारा कहकर अपनी बात को और अधिक मजेदार/रोचक बना दिया है। कहानी से वे वाक्य चुनकर लिखिए जो आपको सबसे अधिक मजेदार लगे।
उत्तर
(ii) कुछ ऐसी गढ़न उस लोटे की थी कि उसका बाप डमरू, माँ चिलम रही हो।
(iii) ढ़ाई सौ रूपए तो एक साथ आँख सेंकने के लिए भी न मिलते हैं।
2. इस कहानी में लेखक ने अनेक मुहावरों का प्रयोग किया है। कहानी में से पाँच मुहावरे चुनकर उनका प्रयोग करते हुए वाक्य लिखिए।
उत्तर
(ii) आँखों से खा जाना - (क्रोधित होना) काँच का ग्लास टूट जाने से उसने बच्चे को ऐसे देखा मानो आँखों से ही खा जाएगा।
(iii) बाप डमरू, माँ चिलम - (बेढ़ंग सा आकार) सौरभ के डब्बे का आकार देखकर ऐसा लगता जैसे उसका बाप डमरू तथा माँ चिलम रही होगी।
(iv) डींगे सुनना - (झूठ-मूठ की तारीफ सुनना) अपनी बहादुरी की इतनी डींगें मत सुनाओ।
(v) चैन की नींद सोना - (निश्चिंत सोना) परीक्षा के बाद मैं चैन की नींद सोया हूँ।
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