NCERT Solutions for Class 8th: पाठ 13 - अन्याय के खिलाफ (कहानी) हिंदी दूर्वा भाग- III
पृष्ठ संख्या: 90
अभ्यास
1. पाठ से
(क) आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के बीच अपना हक जमाने के लिए अंग्रेज़ों ने क्या किया?
उत्तर
आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों पर अंग्रेज़ों ने हुक्म जमाने के लिए उनके राशन-पानी ले जाने वाले रास्ते की नाकेबंदी कर दी जिससे भूखे मरने की नौबत आ गयी। इस कारण कोया आदिवासियों को अंग्रेज़ों के सामने झुकना पड़ा।
अभ्यास
1. पाठ से
(क) आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों के बीच अपना हक जमाने के लिए अंग्रेज़ों ने क्या किया?
उत्तर
आंध्र के घने जंगलों में रहने वाले आदिवासियों पर अंग्रेज़ों ने हुक्म जमाने के लिए उनके राशन-पानी ले जाने वाले रास्ते की नाकेबंदी कर दी जिससे भूखे मरने की नौबत आ गयी। इस कारण कोया आदिवासियों को अंग्रेज़ों के सामने झुकना पड़ा।
(ख) श्री राम राजू कौन था? उसने अंग्रेज़ों के सामने आत्मसमर्पण क्यों किया?
उत्तर
श्रीराम राजू हाई स्कूल पास कर 18 वर्ष की उम्र में साधू बन गए थे। उन्होंने कोया आदिवासियों को अत्याचार की खिलाफ आवाज़ उठाने की प्रेरणा दी जिस कारण वे लोग उन्हें अपना नेता मानने लगे थे।
जब अंग्रेज़ों ने कोया आदिवासियों का राशन रोक दिया तो उनपर कहर टूट पड़ा, श्रीराम राजू ने अपने लोगों की तकलीफों का अंत करने के लिए आत्मसमर्पण किया।
उत्तर
श्रीराम राजू हाई स्कूल पास कर 18 वर्ष की उम्र में साधू बन गए थे। उन्होंने कोया आदिवासियों को अत्याचार की खिलाफ आवाज़ उठाने की प्रेरणा दी जिस कारण वे लोग उन्हें अपना नेता मानने लगे थे।
जब अंग्रेज़ों ने कोया आदिवासियों का राशन रोक दिया तो उनपर कहर टूट पड़ा, श्रीराम राजू ने अपने लोगों की तकलीफों का अंत करने के लिए आत्मसमर्पण किया।
(ग) अंग्रेज़ों से लड़ने के लिए कोया आदिवासी क्या-क्या करते थे?
उत्तर
अंग्रेज़ों से लड़ने के लिए कोया आदिवासी संकरी पगडंडियों के आसपास जंगलों में छिपे रहते थे। उन पगडंडियों से जब अंग्रेज़ी सेना गुजरती थी, तो वह उनमें से भारतीयों सेना के लोगों को जाने देते थे और जैसे ही अंग्रेज़ी सारजेन्ट या कैप्टन आ रहा होता था, तो उसे मार देते थे। पुलिस चौकियों या सेना पर हमला कर देते थे और अस्त्र-शस्त्र लूट कर भाग जाते थे।
(घ) कोया आदिवासियों के विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम क्यों कहना चाहिए?
उत्तर
अंग्रेज़ों से लड़ने के लिए कोया आदिवासी संकरी पगडंडियों के आसपास जंगलों में छिपे रहते थे। उन पगडंडियों से जब अंग्रेज़ी सेना गुजरती थी, तो वह उनमें से भारतीयों सेना के लोगों को जाने देते थे और जैसे ही अंग्रेज़ी सारजेन्ट या कैप्टन आ रहा होता था, तो उसे मार देते थे। पुलिस चौकियों या सेना पर हमला कर देते थे और अस्त्र-शस्त्र लूट कर भाग जाते थे।
(घ) कोया आदिवासियों के विद्रोह को स्वतंत्रता संग्राम क्यों कहना चाहिए?
उत्तर
पराधीनता के विरुद्ध जब लड़ाई होती है तो उसे स्वाधीनता संग्राम कहा जाता है। यहाँ भी अंग्रेज़ों ने आदिवासियों को जबरदस्ती बिना मजदूरी के सड़क बनाने को कहा, यह अत्याचार था इसलिए इसे स्वतंत्रता संग्राम भी कह सकते हैं।
पराधीनता के विरुद्ध जब लड़ाई होती है तो उसे स्वाधीनता संग्राम कहा जाता है। यहाँ भी अंग्रेज़ों ने आदिवासियों को जबरदस्ती बिना मजदूरी के सड़क बनाने को कहा, यह अत्याचार था इसलिए इसे स्वतंत्रता संग्राम भी कह सकते हैं।
4. क्या ठीक होगा?
(i)"दो दिन में जंगल में सड़क बनाने का काम शुरू होगा। तुम सब लोगों को इस काम पर पहुँचना है। अगर नहीं पहुँचे तो ठीक नहीं होगा।"
(ii)"काम करेंगे तो बदले में क्या मिलेगा।"
ऊपर के कथनों में पहला कथन तहसीलदार बेस्टीयन का है जो आदिवासियों के गाँवों मे जाकर चिल्ला-चिल्लाकर बोला था और दूसरा कथन आदिवासियों में से किसी का है जो तहसीलदार से पूछना चाहा था। अब तुम सोचकर बताओ कि–
(क) तुम्हारे विचार से बेस्टियन का कथन ठीक होगा?
(ख) आदिवासियों में से किसी के द्वारा कहा गया वह कथन कैसा है? तुम्हारे विचार से क्या ठीक होगा?
(संकेत :-तुम अपनी पसंद के कथन को अपने ढंग से लिख सकते हो)
उत्तर
(ख) आदिवासियों में से किसी के द्वारा कहा गया यह कथन बिल्कुल सही था। काम के बदल मेहनताना मिलना ज़रूरी होता है। चूँकि कोई भी व्यक्ति तभी मेहनत करेगा जब उसका पेट भरा रहे।
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6. तुम्हारे विचार से
(क) राजू हाई स्कूल तक पढ़ाई करने के बाद जंगलों मे रहने क्यों आया होगा?
► उसका मन संसार में फैले भ्रष्टाचार से दुखी हो गया होगा इसलिए वह साधू बन गया होगा। वह समाज से दूर हो गया होगा। साथ ही अंग्रेज़ों के प्रति उसके मन में विद्रोह था। वह जंगल में आ गया।
► उसका मन संसार में फैले भ्रष्टाचार से दुखी हो गया होगा इसलिए वह साधू बन गया होगा। वह समाज से दूर हो गया होगा। साथ ही अंग्रेज़ों के प्रति उसके मन में विद्रोह था। वह जंगल में आ गया।
(ख) राजू के शहीद होने का आदिवासियों के आंदोलन पर क्या असर हुआ होगा?
► राजू के शहीद होने पर आदिवासियों का आन्दोलन टूट गया। वे हिम्मत हार कर अंग्रेज़ों की गुलामी करने लगे।8. मुहावरे
नीचे लिखे वाक्यों में मुहावरों का प्रयोग किया गया है। इन्हीं मुहावरों का प्रयोग करते हुए तुम कुछ नए वाक्य बनाओ।
(क) एक सिपाही ने उसका काम तमाम कर दिया।
(ख) आदिवासियों की हिम्मत जवाब देने लगी।
(ग) अंग्रेज़ों ने अपने दांतों तले उँगली दबा ली।
(घ) किसी को कानो-कान खबर न हो।
(ङ) अंग्रेज़ सरकार के छक्के छूट गए।
(च) अंग्रेज़ों के होश उड़ गए।
(छ) भारतीय सैनिकों का बाल बाँका न होने पाए।
उत्तर
(ख) माँ की मृत्यु के बाद वह समाज से लड़ती रही परन्तु फिर उसकी हिम्मत जवाब देने लगी।
(ग) इतनी सुन्दर कढ़ाई देखकर सबने दाँतों तले उँगली दबा ली।
(घ) राम ने इतनी सफ़ाई से घर खाली कर दिया कि किसी को कानों-कान खबर न हुई।
(ङ) चोर की इतनी मार पीट हुई कि उसके छक्के छूट गए।
(च) जैसे ही मोहन ने सेठ जी को पैसे लेने आते देखा तो उसके होश उड़ गए।
(छ) देखो ज़रा सम्भाल कर काम करना काँच की चीज़ों का बाल भी बाँका न हो।
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10. वचन बदलो
सिपाहियों ने ............................................
(ख) उगी हुई फसल को जलाया जाने लगा।
.............................................................
(ग) आदिवासी की हिम्मत जवाब दे गई।
.............................................................
(घ) आगे से यह सवाल मत पूछना।
.............................................................
उत्तर
(क) सिपाहियों ने राजू पर गोलियाँ चलाई।
(ख) उगी हुई फसलों को जलाया जाने लगा।
(ग) आदिवासियों की हिम्मत जवाब दे गई।
(घ) आगे से इन सवालों को मत पूछना।
11. समझकर रूप बदलो
भाववाचक संज्ञा से विशेषण बनाओ।
घमंड | घमंडी |
हिम्मत | ..................... |
साहस | ..................... |
स्वार्थ | ..................... |
अत्याचार | ..................... |
विद्रोह | ..................... |
उत्तर
घमंड | घमंडी |
हिम्मत | हिम्मती |
साहस | साहसी |
स्वार्थ | स्वार्थी |
अत्याचार | अत्याचारी |
विद्रोह | विद्रोही |
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