NCERT Solutions for Class 6th: पाठ 2 - बचपन (संस्मरण) हिंदी वसंत भाग-I
कृष्णा सोबती
पृष्ठ संख्या: 11
प्रश्न अभ्यास
संस्मरण से
उत्तर
उत्तर
लेखिका बचपन में इतवार की सुबह अपने मोज़े व स्टॉकिंग को धोने और अपने जूतों को पोलिश करने का काम करती थीं।
उत्तर
यह कहकर लेखिका उनके और अभी के समय में अंतर स्पष्ट करती हैं। उस समय मनोरंजन का साधन ग्रामोफ़ोन था परन्तु आज रेडियो और टेलीविज़न ने उसकी जगह ले ली। पहले की कुलफ़ी अब आइसक्रीम हो गयी। कचौड़ी-समोसे की जगह अब पैटीज़ ने ले ली है। शहतूत और फ़ाल्से और खसखस के शरबत का स्थान कोक-पेप्सी ने ले लिया है।
4. पाठ से पता करके लिखो कि लेखिका के चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्यों छेड़ते थे।
4. पाठ से पता करके लिखो कि लेखिका के चश्मा लगाने पर उनके चचेरे भाई उन्हें क्यों छेड़ते थे।
उत्तर
लेखिका ने पहली बार चश्मा लगाया था इसलिए वो कुछ अजीब सी लग रही थीं, उन्हें खुद भी अटपटा सा लग रहा था। इस कारण उनके चचेरे भाई उन्हें छेड़ते थे।
उत्तर
लेखिका बचपन में चाकलेट और चने जोर गरम और अनारदाने का चूर्ण मज़ा ले-लेकर खाती थीं। रसभरी, कसमल और काफ़ल उनके प्रिय फल थे।
पृष्ठ संख्या: 12
भाषा की बात
उत्तर
क्रिया - भाववाचक संज्ञा
चमकना - चमक
भागना - भाग
बदलना - बदल
खरीदना - खरीद
ओढ़ना - ओढ़
पृष्ठ संख्या: 13
उत्तर
अंग्रेजी शब्द - हिंदी अर्थ
फ्रॉक - लड़कियों के पहनने का घेरदार झबला
स्कर्ट - लड़कियों के पहनने का घेरदार घाघरा
चॉकलेटी - भूरा
लैमन कलर - नींबू जैसा रंग
ट्यूनिक - ढीला पोशाक
पोलिश - जूते को चमकाने के लिए
ऑलिव ऑयल - जैतून का तेल
कैस्टर ऑयल - रेड़ का तेल
ग्रामोफ़ोन - गाने सुनने का यंत्र
टेलीविज़न - दूरदर्शन
आइसक्रीम - कुलफ़ी जैसी
पेटीज़ - कचौड़ी जैसी
ब्राउन ब्रेड - भूरे रंग का पाव
चेस्टनट - अखरोट का फल
कन्फैक्शनरी काउंटर - मिठाई की दूकान का काउंटर
स्पीड - गति
3. अब तुम नीचे लिखे वाक्यों को पढ़ो और उनके सामने विशेषण के भेदों को लिखो -
(क) मुझे दो दर्जन केले चाहिए। ► दो दर्जन, निश्चित संख्यावाचक विशेषण
(ख) दो किलो अनाज दे दो।
► दो किलो, निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
► दो किलो, निश्चित परिमाणवाचक विशेषण
(ग) कुछ बच्चे आ रहे हैं।
► कुछ, अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
(घ) तुम्हारा सारा प्रयत्न बेकार रहा।
► तुम्हारा , सार्वनामिक विशेषण
(ड) सभी लोग हँस रहे थे।
► सभी , अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
(च) तुम्हारा नाम बहुत सुंदर है।
► कुछ, अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
(घ) तुम्हारा सारा प्रयत्न बेकार रहा।
► तुम्हारा , सार्वनामिक विशेषण
(ड) सभी लोग हँस रहे थे।
► सभी , अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
(च) तुम्हारा नाम बहुत सुंदर है।
► बहुत , गुणवाचक विशेषण
4. कपडों में मेरी दिलचस्पियाँ मेरी मौसी जानती थीं।
इस वाक्य में रेखांकित शब्द 'दिलचस्पियाँ' और 'मौसी' संज्ञाओं की विशेषता बता रहे हैं, इसलिए ये सार्वनामिक विशेषण हैं। सर्वनाम कभी-कभी विशेषण का काम भी करते हैं। पाठ में से ऐसे पाँच उदाहरण छाँटकर लिखो।
उत्तर
• बचपन में हमें अपने मोजे खुद धोने पड़ते थे।
• हम बच्चे इतवार की सुबह इसी में लगाते।
• कुछ एकदम लाल, कुछ गुलाबी, रसभरी कसमल।
• मैंने अपने छोटे भार्इ का टोपा उठाकर सिर पर रखा।
Notes and Summary of पाठ 2 - बचपन
• कुछ एकदम लाल, कुछ गुलाबी, रसभरी कसमल।
• मैंने अपने छोटे भार्इ का टोपा उठाकर सिर पर रखा।
Notes and Summary of पाठ 2 - बचपन