NCERT Solutions for Class 7th: पाठ - 7 पुस्तकें जो अमर हैं (निबंध) हिंदी दूर्वा भाग - II
अभ्यास
पृष्ठ संख्या: 39
1. पाठ से
क. सी ह्यांग ती के समय में पुस्तकें कैसे बनाई जीत थीं?
उत्तर
सी ह्यांग ती के समय में पुस्तकें लकड़ी के टुकड़ों पर अक्षर खोदकर बनाई जातीं थीं।
उत्तर
राजा को पुस्तकों से इस बात का खतरा था कि कहीं किन्हीं पुस्तकों में सम्राट के बारे में बुरा-भला ना लिखा हो जिसके कारण उसकी लोकप्रियता में कमी आये।
उत्तर
पुराने समय में अनेक व्यक्तियों द्वारा पुस्तकें नष्ट करने के प्रयास निम्नलिखित हैं-
• सी ह्यांग ती ने अपने राज्य के सभी पुस्तकों को जलवा दिया।
• आक्रमणकारियों ने नालंदा विश्वविद्यालय के विशाल पुस्तकालय के तीन विभागों को जलाकर राख कर दिया था।
• प्राचीन नगर सिकंदरिया के एक बहुत बड़े पुस्तकालय को सातवीं शताब्दी में जानबूझकर जला दिया गया।
घ. बार-बार नष्ट करने की कोशिशों के बाद भी किताबें समाप्त नहीं हुईं। क्यों?
• आक्रमणकारियों ने नालंदा विश्वविद्यालय के विशाल पुस्तकालय के तीन विभागों को जलाकर राख कर दिया था।
• प्राचीन नगर सिकंदरिया के एक बहुत बड़े पुस्तकालय को सातवीं शताब्दी में जानबूझकर जला दिया गया।
घ. बार-बार नष्ट करने की कोशिशों के बाद भी किताबें समाप्त नहीं हुईं। क्यों?
उत्तर
बार-बार नष्ट करने की कोशिशों के बाद भी किताबें समाप्त इसलिए नहीं हुईं क्योंकि ये मनुष्य की चतुराई, अनुभव ज्ञान, भावना, कल्पना और दूरदर्शिता सबका समावेश होतीं हैं। किताबें नष्ट करने मात्र से मनुष्य में ये गुण खत्म नहीं होते। नष्ट करनेवालों के खत्म होने के बाद किताबें पुनः बनीं। साथ ही कई पुस्तक प्रेमियों को किताबें पूरी कंठस्थ होती थीं।
बार-बार नष्ट करने की कोशिशों के बाद भी किताबें समाप्त इसलिए नहीं हुईं क्योंकि ये मनुष्य की चतुराई, अनुभव ज्ञान, भावना, कल्पना और दूरदर्शिता सबका समावेश होतीं हैं। किताबें नष्ट करने मात्र से मनुष्य में ये गुण खत्म नहीं होते। नष्ट करनेवालों के खत्म होने के बाद किताबें पुनः बनीं। साथ ही कई पुस्तक प्रेमियों को किताबें पूरी कंठस्थ होती थीं।
2. तुम्हारी बात
(क) किताबों को सुरक्षित रखने के लिए तुम क्या करते हो?
उत्तर
किताबों को सुरक्षित रखने के लिए हम उसको कवर करते हैं। पुस्तकों को उनकी अलमारी में रखते हैं। उन्हें मेज पर अच्छे से रखकर पढ़ते हैं।
(छात्र अपने निजी विचार लिखें।)
उत्तर
छपाई की मशीन के आविष्कार से किताबें आम आदमी तक पहुँच सकीं। इसके द्वारा किताबें बनाने में समय की बचत हुई साथ ही किताबों के दाम में भी कमी आई और ये आम आदमी के पहुँच में हो पायीं।
3. सही शब्द भरो
► अतीत
(ख) पुस्तकालय के तीन विभागों को जलाकर ................ कर दिया गया। (गर्म/राख)
► राख
► ज़मीन
(घ) कागज़ ही जलता है, .............. तो उड़ जाते हैं। (शब्द/पांडुलिपियाँ)
► शब्द
पृष्ठ संख्या: 40
4. पढ़ो, समझो और करो
इतिहास - इतिहासकार
शिल्प -
► शिल्पकार
गीत -
► गीतकार
संगीत -
► संगीतकार
मूर्ति -
► मूर्तिकार
रचना -
► रचनाकार
6. कहानी किताब की
मान लो तुम एक किताब हो। नीचे दी गई जगह में अपनी कहानी लिखो।
मैं एक किताब हूँ। पुराने समय से ................................................................
उत्तर
मैं एक किताब हूँ। पुराने समय से मेरा और लोगों का अनन्य रिश्ता है। मेरी उत्पत्ति मनुष्य की जानकरियों को बाँटने और सहेजने के लिए हुआ। शुरुआत में मेरा रूप ऐसा नहीं था जैसा आज है। शुरुआत में जानकरियाँ मौखिक रूप में रहती थीं। बाद में भोजपत्र पर जानकारियाँ को लिखा जाने लगा और यहीं से मेरी शुरुआत हुई। मैं ज्ञान को फैलाने और सहेजने का एक प्रमुख साधन बन गई। बाद में कागज के ईजाद ने मुझे अभूतपूर्व गति प्रदान की। इतने लंबे जीवनकाल में मैंने कई चुनौतियों का सामना किया। मेरी उपयोगिता कल भी थी और आगे भी रहेगी। डिजिटल क्रान्ति के दौर में मेरा स्वरुप बदल रहा है और मैं और भी तीव्र गति से अपना ज्ञान बाँटने के लिए तैयार हूँ।
7. वाक्य विश्लेषण
किसी भी वाक्य के दो अंग होते हैं - उद्देश्य और विधेय। वाक्य का विशलेषण करने में इन दोनों खंडों और अंगों को पहचानना होता है।
नीचे लिखे वाक्य का विश्लेषण करो।
मोहन के गुरूजी श्यामपट पर प्रश्न लिख रहे हैं।
उत्तर
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मैं एक किताब हूँ। पुराने समय से ................................................................
उत्तर
मैं एक किताब हूँ। पुराने समय से मेरा और लोगों का अनन्य रिश्ता है। मेरी उत्पत्ति मनुष्य की जानकरियों को बाँटने और सहेजने के लिए हुआ। शुरुआत में मेरा रूप ऐसा नहीं था जैसा आज है। शुरुआत में जानकरियाँ मौखिक रूप में रहती थीं। बाद में भोजपत्र पर जानकारियाँ को लिखा जाने लगा और यहीं से मेरी शुरुआत हुई। मैं ज्ञान को फैलाने और सहेजने का एक प्रमुख साधन बन गई। बाद में कागज के ईजाद ने मुझे अभूतपूर्व गति प्रदान की। इतने लंबे जीवनकाल में मैंने कई चुनौतियों का सामना किया। मेरी उपयोगिता कल भी थी और आगे भी रहेगी। डिजिटल क्रान्ति के दौर में मेरा स्वरुप बदल रहा है और मैं और भी तीव्र गति से अपना ज्ञान बाँटने के लिए तैयार हूँ।
7. वाक्य विश्लेषण
किसी भी वाक्य के दो अंग होते हैं - उद्देश्य और विधेय। वाक्य का विशलेषण करने में इन दोनों खंडों और अंगों को पहचानना होता है।
वाक्य - मेरा भाई मोहन कक्षा सात में हिंदी पढ़ रहा है। |
उद्देश्य
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विधेय
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मुख्य उद्देश्य | कर्ता का विशेषण | क्रिया | कर्म | कर्म का विशेषण | पूरक | विधेय विस्तारक |
मोहन | मेरा भाई | पढ़ रहा है | हिंदी | - |
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सात कक्षा में |
नीचे लिखे वाक्य का विश्लेषण करो।
मोहन के गुरूजी श्यामपट पर प्रश्न लिख रहे हैं।
उत्तर
उद्देश्य
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विधेय
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मुख्य उद्देश्य | कर्ता का विशेषण | क्रिया | कर्म | कर्म का विशेषण | पूरक | विधेय विस्तारक |
मोहन | गुरूजी | लिख रहे हैं | प्रश्न | - |
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श्यामपट पर |
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