CBSE Hindi Course B Sample Paper 2020| Class 10th
निर्धारित समय: तीन घंटे
अधिकतम अंक: 80
सामान्य निर्देश :
1. इस प्रश्न-पत्र में चार खंड हैं - क, ख, ग और घ।
2. सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
3. यथासंभव प्रत्येक खंड के प्रश्नों के उत्तर क्रम से लिखिए।
4. एक अंक के प्रश्नों का उत्तर लगभग 15-20 शब्दों में लिखिए।
5. दो अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए।
6. तीन अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 60-70 शब्दों में लिखिए।
7. पाँच अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 120-150 शब्दों में लिखिए।
(1) निम्नलिखित गद्यांश को ध्यानपूर्वक पढ़कर पूछे गए प्रश्नों के उत्तर लिखिए।
आदमियों की तिजारत करना मूरों का काम है। सोने और लोहे के बदले मनुष्य को बेचना मना है। आजकल भाप की कलों का दाम तो हजारों रूपया है; परंतु मनुष्य कौड़ी के सौ-सौ बिकते हैं! सोने और चाँदी की प्राप्ति से जीवन का आनंद नहीं मिल सकता। सच्चा आनंद तो मुझे मेरे काम से मिलता है। मुझे अपना काम मिल जाए तो फिर स्वर्गप्राप्ति की इच्छा नहीं, मनुष्य-पूजा ही सच्ची ईश्वरपूजा है। आज से हम अपने ईश्वर की तलाश किसी वस्तु, स्थान या तीर्थ में नहीं करेंगे। अब तो यही इरादा है कि मनुष्य की अनमोल आत्मा में ईश्वर के दर्शन करेंगे यही आर्ट है - यही धर्म है। मनुष्य के हाथ से ही ईश्वर के दर्शन कराने वाले निकलते हैं। बिना काम, बिना मजदूरी, बिना हाथ के कला-कौशल के विचार और चिंतन किस काम के! जिन देशों में हाथ और मुँह पर मजदूरी की धूल नहीं पड़ने पाती वे धर्म और कला-कौशल में कभी उन्नति नहीं कर सकते। पद्मासन निकम्मे सिद्ध हो चुके हैं। वही आसन ईश्वर-प्राप्ति करा सकते हैं जिनसे जोतने, बोने, काटने और मजदूरी का काम लिया जाता है। लकड़ी, ईंट और पत्थर को मूर्तिमान करने वाले लुहार, बढ़ई, मेमार तथा किसान आदि वैसे ही पुरूष हैं जैसे कवि, महात्मा और योगी आदि। उत्तम से उत्तम और नीच से नीच काम, सबके सब प्रेमरूपी शरीर के अंग हैं।
(क) आदमियों की तिजारत से आप क्या समझते हैं?
(ख) मनुष्य-पूजा को ही सच्ची ईश्वर-पूजा क्यों कहा गया है ?
(ग) लेखक के अनुसार धर्म क्या है ?
(घ) लुहार, बढ़ई और किसान की तुलना कवि, महात्मा और योगी से क्यों की गई है?
(ङ) लेखक को सच्चा आनंद किससे मिलता है ?
(च) गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
(2) शब्द और पद के अंतर को उदाहरण दवारा स्पष्ट कीजिए।
(3) निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार बदलिए-
(क) वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ी। (सरल वाक्य में)
(ख) सुभाष बाबू को पकड़कर लाल बाजार लॉकअप में भेज दिया गया। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
(ग) भाई साहब ने उछलकर पतंग की डोर पकड़ ली और छात्रावास की ओर दौड़ पड़े। (मिश्र वाक्य में)
(4) (क) निम्नलिखित समस्त पदों का विग्रह कीजिए तथा समास का नाम लिखिए -
राजदूत, धूप-दीप
(ख) निम्नलिखित विग्रहों के समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए-
मति के अनुसार, तीन गुणों का समूह
(5) निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए-
(क) घोड़े पर सिपाही सवार था।
(ख) कर्नल वजीर अली को नहीं पहचाना।
(ग) वह एक छह मंजिला इमारत थी।
(घ) वाह राम! यह क्या हो गया।
(6) उचित मुहावरों द्वारा रिक्त स्थान को पूरा कीजिए-
(क) भाई साहब का रौद्र रूप देखकर ............ जाते।
(ख) वजीर अली बरसों से हमारी .......... झोंक रहा है।
(ग) गायन इतना प्रभावी था कि वह अपनी ............ लगा।
(घ) जब हमारी कक्षा में आओगे लाला तब............आएंगे।
(7) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्ही तीन के उत्तर लिखिए।
(क) बड़े बाजार के प्राय: मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहराने के क्या कारण थे? (30-40 शब्दों में)
(ख) तताँरा - वामीरों की प्रेमकथा निकोबारियों के घर-घर क्यों सुनाई जाती है ? (30-40 शब्दों में)
(ग) बड़े भाई साहब की स्वभावगत विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
(घ) अरब में लशकर को नूह के नाम से क्यों याद करते हैं ?
(8) समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो वह आदर्शवादी लोगों का ही दिया हआ है - 'गिन्नी का सोना पाठ' के आधार पर 80-100 शब्दों में कथन का विश्लेषण कीजिए।
अथवा
'मुट्ठीभर आदमी और ये दमखम’ - कथन के आलोक में 80-100 शब्दों में वजीर अली का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(9) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखिए-
(क) कबीर निंदक व्यक्ति को अपने सामने रखने की बात क्यों करते हैं? (30-40 शब्दों में)
(ख) झरनों की तुलना किससे की गई है और क्यों? (30-40 शब्दों में)
(ग) पहले पद में मीरा ने हरि से अपनी पीड़ा हरने की विनती किस प्रकार की है ?
(घ) कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है ?
(10) 'आत्मत्राण' कविता का संदेश (80-100 शब्दों में) अपने शब्दों में लिखिए।
अथवा
'मनुष्यता' कविता से हमें जीवन की सीख मिलती है - कैसे ? 80-100 शब्दों में स्पष्ट कीजिए ?
(11) (क) 'हरिहर काका एक सीधे-सादे और भोले किसान की अपेक्षा चतुर हो चले थे' कथन के संदर्भ में 60-70 शब्दों में विचार व्यक्त कीजिए।
(ख) स्कूल किस प्रकार की स्थिति में अच्छा लगने लगता है और क्यों ?
2. सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर देना अनिवार्य है।
3. यथासंभव प्रत्येक खंड के प्रश्नों के उत्तर क्रम से लिखिए।
4. एक अंक के प्रश्नों का उत्तर लगभग 15-20 शब्दों में लिखिए।
5. दो अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए।
6. तीन अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 60-70 शब्दों में लिखिए।
7. पाँच अंकों के प्रश्नों का उत्तर लगभग 120-150 शब्दों में लिखिए।
खंड - क (अपठित अंश)
आदमियों की तिजारत करना मूरों का काम है। सोने और लोहे के बदले मनुष्य को बेचना मना है। आजकल भाप की कलों का दाम तो हजारों रूपया है; परंतु मनुष्य कौड़ी के सौ-सौ बिकते हैं! सोने और चाँदी की प्राप्ति से जीवन का आनंद नहीं मिल सकता। सच्चा आनंद तो मुझे मेरे काम से मिलता है। मुझे अपना काम मिल जाए तो फिर स्वर्गप्राप्ति की इच्छा नहीं, मनुष्य-पूजा ही सच्ची ईश्वरपूजा है। आज से हम अपने ईश्वर की तलाश किसी वस्तु, स्थान या तीर्थ में नहीं करेंगे। अब तो यही इरादा है कि मनुष्य की अनमोल आत्मा में ईश्वर के दर्शन करेंगे यही आर्ट है - यही धर्म है। मनुष्य के हाथ से ही ईश्वर के दर्शन कराने वाले निकलते हैं। बिना काम, बिना मजदूरी, बिना हाथ के कला-कौशल के विचार और चिंतन किस काम के! जिन देशों में हाथ और मुँह पर मजदूरी की धूल नहीं पड़ने पाती वे धर्म और कला-कौशल में कभी उन्नति नहीं कर सकते। पद्मासन निकम्मे सिद्ध हो चुके हैं। वही आसन ईश्वर-प्राप्ति करा सकते हैं जिनसे जोतने, बोने, काटने और मजदूरी का काम लिया जाता है। लकड़ी, ईंट और पत्थर को मूर्तिमान करने वाले लुहार, बढ़ई, मेमार तथा किसान आदि वैसे ही पुरूष हैं जैसे कवि, महात्मा और योगी आदि। उत्तम से उत्तम और नीच से नीच काम, सबके सब प्रेमरूपी शरीर के अंग हैं।
(क) आदमियों की तिजारत से आप क्या समझते हैं?
(ख) मनुष्य-पूजा को ही सच्ची ईश्वर-पूजा क्यों कहा गया है ?
(ग) लेखक के अनुसार धर्म क्या है ?
(घ) लुहार, बढ़ई और किसान की तुलना कवि, महात्मा और योगी से क्यों की गई है?
(ङ) लेखक को सच्चा आनंद किससे मिलता है ?
(च) गद्यांश का उचित शीर्षक लिखिए।
खंड - ख (व्यावहारिक व्याकरण)
(3) निम्नलिखित वाक्यों को निर्देशानुसार बदलिए-
(क) वामीरो कुछ सचेत हुई और घर की तरफ दौड़ी। (सरल वाक्य में)
(ख) सुभाष बाबू को पकड़कर लाल बाजार लॉकअप में भेज दिया गया। (संयुक्त वाक्य में बदलिए)
(ग) भाई साहब ने उछलकर पतंग की डोर पकड़ ली और छात्रावास की ओर दौड़ पड़े। (मिश्र वाक्य में)
(4) (क) निम्नलिखित समस्त पदों का विग्रह कीजिए तथा समास का नाम लिखिए -
राजदूत, धूप-दीप
(ख) निम्नलिखित विग्रहों के समस्त पद बनाकर समास का नाम लिखिए-
मति के अनुसार, तीन गुणों का समूह
(5) निम्नलिखित वाक्यों को शुद्ध करके लिखिए-
(क) घोड़े पर सिपाही सवार था।
(ख) कर्नल वजीर अली को नहीं पहचाना।
(ग) वह एक छह मंजिला इमारत थी।
(घ) वाह राम! यह क्या हो गया।
(6) उचित मुहावरों द्वारा रिक्त स्थान को पूरा कीजिए-
(क) भाई साहब का रौद्र रूप देखकर ............ जाते।
(ख) वजीर अली बरसों से हमारी .......... झोंक रहा है।
(ग) गायन इतना प्रभावी था कि वह अपनी ............ लगा।
(घ) जब हमारी कक्षा में आओगे लाला तब............आएंगे।
खंड - ग (पाठ्य पुस्तक एवं पूरक पाठ्य पुस्तक )
(क) बड़े बाजार के प्राय: मकानों पर राष्ट्रीय झंडा फहराने के क्या कारण थे? (30-40 शब्दों में)
(ख) तताँरा - वामीरों की प्रेमकथा निकोबारियों के घर-घर क्यों सुनाई जाती है ? (30-40 शब्दों में)
(ग) बड़े भाई साहब की स्वभावगत विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।
(घ) अरब में लशकर को नूह के नाम से क्यों याद करते हैं ?
(8) समाज के पास अगर शाश्वत मूल्यों जैसा कुछ है तो वह आदर्शवादी लोगों का ही दिया हआ है - 'गिन्नी का सोना पाठ' के आधार पर 80-100 शब्दों में कथन का विश्लेषण कीजिए।
अथवा
'मुट्ठीभर आदमी और ये दमखम’ - कथन के आलोक में 80-100 शब्दों में वजीर अली का चरित्र-चित्रण कीजिए।
(9) निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं तीन के उत्तर लिखिए-
(क) कबीर निंदक व्यक्ति को अपने सामने रखने की बात क्यों करते हैं? (30-40 शब्दों में)
(ख) झरनों की तुलना किससे की गई है और क्यों? (30-40 शब्दों में)
(ग) पहले पद में मीरा ने हरि से अपनी पीड़ा हरने की विनती किस प्रकार की है ?
(घ) कंपनी बाग में रखी तोप क्या सीख देती है ?
(10) 'आत्मत्राण' कविता का संदेश (80-100 शब्दों में) अपने शब्दों में लिखिए।
अथवा
'मनुष्यता' कविता से हमें जीवन की सीख मिलती है - कैसे ? 80-100 शब्दों में स्पष्ट कीजिए ?
(11) (क) 'हरिहर काका एक सीधे-सादे और भोले किसान की अपेक्षा चतुर हो चले थे' कथन के संदर्भ में 60-70 शब्दों में विचार व्यक्त कीजिए।
(ख) स्कूल किस प्रकार की स्थिति में अच्छा लगने लगता है और क्यों ?
खंड - घ (लेखन)
(12) निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए।
(क) जंगल की सुरक्षा
• सुरक्षा से अभिप्राय
• सुरक्षा से लाभ
• हानि
• हमारी भूमिका कैसे बदलेगी
(ख) फुटपाथ की दुनिया
• फुटपाथ क्या है
• फुटपाथ की समस्या
• हमारी भूमिका
• बदलाव के लिए सुझाव
(ग) सार-सार को गहि रहे, थोथा देय उड़ाय
• सूक्ति का अर्थ
• कथन का स्पष्टीकरण
• समाज के लोगों से संबंध
• वैचारिक अभिव्यक्ति
(13) कंप्यूटर लैब में हिन्दी में काम करने की सुविधा के लिए 'हिन्दी फॉन्ट' की व्यवस्था करवाने का आग्रह करते हुए प्राचार्य/प्राचार्या को 80-100 शब्दों में आवेदन पत्र लिखिए।
अथवा
समाज में बढ़ते अपराध को रोकने के लिए नागरिकों को जागरूक करने का आग्रह करते हुए किसी दैनिक अखबार के संपादक को 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए।
(14) आप अपने विद्यालय में साहित्य - क्लब 'शब्द-शिल्पी' के सचिव है। शनिवार को आगामी साहित्यिक गतिविधियों पर चर्चा हेतु बैठक बुलाई गई है, जिसकी सूचना 40-50 शब्दों में तैयार कीजिए।
अथवा
नेहरू युवा क्लब की ओर से मतदाता जागरूकता अभियान में शामिल होने के लिए युवाओं के साथ होने वाली बैठक की जानकारी देते हुए, अध्यक्ष की ओर से 40-50 शब्दों में सूचना लिखिए।
(15) बीमार और डॉक्टर के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 50-60 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए।
अथवा
बढ़ती सड़क दुर्घटनाओं पर चिंता व्यक्त करते हए पिता और पुत्र/पुत्री के बीच होने वाली बातचीत को लगभग 5060 शब्दों में संवाद शैली में लिखिए।
(16) आपके इलाके में एक पुस्तकालय की स्थापना हुई है। इस बात को जनसामान्य तक पहुँचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक विज्ञापन तैयार कीजिए।
अथवा
आपके संसदीय क्षेत्र में प्रत्येक माह के अंतिम सप्ताह में स्वास्थ्य शिविर का आयोजन होने जा रहा है। इसे जनता तक पहुँचाने के लिए 25-50 शब्दों में एक आकर्षक विज्ञापन तैयार कीजिए।
Solutions to CBSE Hindi Course B Sample Paper 2020 Class 10th
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