Important Questions for Class 6th जंगल और जनकपुर बाल राम कथा Hindi
1. राजमहल से निकल कर महर्षि विश्वामित्र किस ओर बढ़े?
2. आश्रम पहुँचने के लिए उन्हें क्या पार करना था?
आश्रम पहुँचने के लिए उन्हें नदी पार करना था|
3. उन्होंने रात में कहाँ विश्राम किया?
उन्होंने रात में नदी तट के पर ही विश्राम किया|
4. विश्वामित्र राम-लक्ष्मण को कौन सी विद्याएँ सिखाईं?
विश्वामित्र राम-लक्ष्मण को 'बला-अतिबला' नामक विद्याएँ सिखाईं|
5. विश्वामित्र ने दोनों भाइयों को किससे खतरे की बात बताई ?
विश्वामित्र ने दोनों भाइयों को राक्षसी ताड़का से खतरे की बात बताई |
6. राक्षसी के डर से उस वन का क्या नाम पड़ा गया था ?
राक्षसी के डर से उस वन का नाम 'ताड़का वन' पड़ा गया था |
7. राम ने महर्षि की आज्ञा मान कर क्या किया ?
राम ने महर्षि की आज्ञा मान कर धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाई और उसे एक बार खींचकर छोड़ा |
8. किसके बाण से तड़का की मृत्यु हो गई ?
राम का एक बाण ताड़का के ह्रदय में लगा और उसकी मृत्यु हो गई |
9. विश्वामित्र ने दोनों राजकुमारों को भेट में क्या दिया ?
विश्वामित्र ने दोनों राजकुमारों को भेंट में सौ तरह के नए अस्त्र-शस्त्र दिए| उनका प्रयोग करने की विधि बताई और उनका महत्व समझाया|
10. सुबह उठने के बाद जंगल कैसा लग रहा था ?
सुबह उठने के बाद जंगल बदला हुआ था| अब वह ताड़का वन नहीं था क्योंकि ताड़का नहीं थी| भयानक आवाज़ें गायब हो चुकी थीं| चिड़ियों की चहचहाहट थी| शांति थी|
11. आश्रम पहुँचने के बाद विश्वामित्र ने क्या किया ?
आश्रम पहुँचने के बाद विश्वामित्र ने यज्ञ की तैयारी करना शुरू किया|
12. आश्रम की सुरक्षा की जिम्मेदारी विश्वामित्र ने किसे सौंप दी थीं?
आश्रम की सुरक्षा की जिम्मेदारी विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को सौंप दी थीं|
13. राम और लक्ष्मण ने यज्ञ पूरा होने तक क्या निर्णय लिया था?
14. अनुष्ठान के अंतिम दिन क्या हुआ ?
अनुष्ठान के अंतिम दिन अचानक भयानक आवाज़ों से आसमान भर गया। सुबाहु और मारीच ने राक्षसों के दल-बल के साथ आश्रम पर धावा बोल दिया।
15. ताड़का के पुत्र का क्या नाम था ?
ताड़का के पुत्र का मारीच था |
16. राम ने राक्षसों को हमला करता देख क्या किया ?
राम ने रक्षसों को हमला करता देख धनुष उठाया और मारीच को निशाना बनाया। मारीच बाण लगते ही मूर्छित हो गया। बाण के वेग से बहुत दूर जाकर गिरा। वह मरा नहीं । जब होश आया तो उठकर दक्षिण दिशा की ओर भाग गया। राम का दूसरा बाण सुबाहु को लगा। उसके प्राण वहीं निकल गए। सुबाहु के मरने पर राक्षस सेना में भगदड मच गई। वे चीखते-चिल्लाते भागे।
17. महर्षि दोनों भाइयों को अपने साथ कहाँ चलने को बोलते हैं और क्यों ?
महर्षि दोनों भाइयों को अपने साथ महाराज जनक के यहाँ विदेहराज के दरबार में जाने को बोलते हैं क्योंकि महर्षि चाहते थे वे आयोजन में हिस्सा ले और शिव धनुष देखें|
18. शिव धनुष कैसे रखा था ?
शिव धनुष लोहे की पेटी में रखा था उस पेटी में आठ पहिए लगे हुए थे| उसे उठाना लगभग असंभव था |
महाराजा जनक ने अपनी पुत्री के विवाह के लिए यह प्रतिज्ञा की थीं कि जो यह शिव धनुष उठाकर उस पर प्रत्यंचा चढ़ा देगा उसी के साथ सीता का विवाह होगा।
20. विदेहराज का संकेत समझकर महर्षि विश्वामित्र ने क्या किया ?
21. महर्षि विश्वामित्र के आदेश देते ही राम ने क्या किया ?
महर्षि विश्वामित्र के आदेश देते ही राम ने पहले धनुष देखा और फिर महर्षि को गुरु का संकेत मिलने पर राम ने वह विशाल धनुष आसानी से उठा लिया |
22. यज्ञ शाला में धनुष टूटने के बाद क्या हुआ ?
यज्ञ शाला में धनुष टूटने के बाद सन्नाटा छा गया और महाराजा जनक की खुशी ठिकाना न रहा क्योंकि उनकी प्रतिज्ञा पूरी हो गयी थी|
23. महराज जनक ने कौन-सा संदेश महाराज दशरथ को भेजवाया ?
महराज जनक ने महाराजा दशरथ को राम और सीता के विवाह की खुशख़बरी और जनकपुरी बारात ले के आने का संदेश महाराजा दशरथ को भिजवाया|
24. विवाह से ठीक पहले विदेहराज ने महाराज दशरथ से क्या विनती की ?
विवाह से ठीक पहले विदेहराज ने महाराज दशरथ से यह विनती की कि वह अपनी छोटी पुत्री उर्मिला का विवाह लक्ष्मण से करा दें। विदेहराज के छोटे भाई कुशध्वज की दो पुत्रियाँ माँडवी और श्रुतकीर्ति का विवाह भरत और शत्रुघ्न के साथ स्वीकार कर लें|
राजमहल से निकल कर महर्षि विश्वामित्र सरयू नदी की ओर बढ़े|
2. आश्रम पहुँचने के लिए उन्हें क्या पार करना था?
आश्रम पहुँचने के लिए उन्हें नदी पार करना था|
3. उन्होंने रात में कहाँ विश्राम किया?
उन्होंने रात में नदी तट के पर ही विश्राम किया|
4. विश्वामित्र राम-लक्ष्मण को कौन सी विद्याएँ सिखाईं?
विश्वामित्र राम-लक्ष्मण को 'बला-अतिबला' नामक विद्याएँ सिखाईं|
5. विश्वामित्र ने दोनों भाइयों को किससे खतरे की बात बताई ?
विश्वामित्र ने दोनों भाइयों को राक्षसी ताड़का से खतरे की बात बताई |
6. राक्षसी के डर से उस वन का क्या नाम पड़ा गया था ?
राक्षसी के डर से उस वन का नाम 'ताड़का वन' पड़ा गया था |
7. राम ने महर्षि की आज्ञा मान कर क्या किया ?
राम ने महर्षि की आज्ञा मान कर धनुष पर प्रत्यंचा चढ़ाई और उसे एक बार खींचकर छोड़ा |
8. किसके बाण से तड़का की मृत्यु हो गई ?
राम का एक बाण ताड़का के ह्रदय में लगा और उसकी मृत्यु हो गई |
9. विश्वामित्र ने दोनों राजकुमारों को भेट में क्या दिया ?
विश्वामित्र ने दोनों राजकुमारों को भेंट में सौ तरह के नए अस्त्र-शस्त्र दिए| उनका प्रयोग करने की विधि बताई और उनका महत्व समझाया|
10. सुबह उठने के बाद जंगल कैसा लग रहा था ?
सुबह उठने के बाद जंगल बदला हुआ था| अब वह ताड़का वन नहीं था क्योंकि ताड़का नहीं थी| भयानक आवाज़ें गायब हो चुकी थीं| चिड़ियों की चहचहाहट थी| शांति थी|
11. आश्रम पहुँचने के बाद विश्वामित्र ने क्या किया ?
आश्रम पहुँचने के बाद विश्वामित्र ने यज्ञ की तैयारी करना शुरू किया|
12. आश्रम की सुरक्षा की जिम्मेदारी विश्वामित्र ने किसे सौंप दी थीं?
आश्रम की सुरक्षा की जिम्मेदारी विश्वामित्र ने राम और लक्ष्मण को सौंप दी थीं|
13. राम और लक्ष्मण ने यज्ञ पूरा होने तक क्या निर्णय लिया था?
राम और लक्ष्मण ने यज्ञ पूरा होने तक न सोने का निर्णय लिया था |
14. अनुष्ठान के अंतिम दिन क्या हुआ ?
अनुष्ठान के अंतिम दिन अचानक भयानक आवाज़ों से आसमान भर गया। सुबाहु और मारीच ने राक्षसों के दल-बल के साथ आश्रम पर धावा बोल दिया।
15. ताड़का के पुत्र का क्या नाम था ?
ताड़का के पुत्र का मारीच था |
16. राम ने राक्षसों को हमला करता देख क्या किया ?
राम ने रक्षसों को हमला करता देख धनुष उठाया और मारीच को निशाना बनाया। मारीच बाण लगते ही मूर्छित हो गया। बाण के वेग से बहुत दूर जाकर गिरा। वह मरा नहीं । जब होश आया तो उठकर दक्षिण दिशा की ओर भाग गया। राम का दूसरा बाण सुबाहु को लगा। उसके प्राण वहीं निकल गए। सुबाहु के मरने पर राक्षस सेना में भगदड मच गई। वे चीखते-चिल्लाते भागे।
17. महर्षि दोनों भाइयों को अपने साथ कहाँ चलने को बोलते हैं और क्यों ?
महर्षि दोनों भाइयों को अपने साथ महाराज जनक के यहाँ विदेहराज के दरबार में जाने को बोलते हैं क्योंकि महर्षि चाहते थे वे आयोजन में हिस्सा ले और शिव धनुष देखें|
18. शिव धनुष कैसे रखा था ?
शिव धनुष लोहे की पेटी में रखा था उस पेटी में आठ पहिए लगे हुए थे| उसे उठाना लगभग असंभव था |
19. महाराजा जनक ने अपनी पुत्री के विवाह के लिए क्या प्रतिज्ञा की थीं ?
महाराजा जनक ने अपनी पुत्री के विवाह के लिए यह प्रतिज्ञा की थीं कि जो यह शिव धनुष उठाकर उस पर प्रत्यंचा चढ़ा देगा उसी के साथ सीता का विवाह होगा।
20. विदेहराज का संकेत समझकर महर्षि विश्वामित्र ने क्या किया ?
विदेहराज का संकेत समझकर महर्षि विश्वामित्र ने राम को धनुष उठाने के लिए कहा |
21. महर्षि विश्वामित्र के आदेश देते ही राम ने क्या किया ?
महर्षि विश्वामित्र के आदेश देते ही राम ने पहले धनुष देखा और फिर महर्षि को गुरु का संकेत मिलने पर राम ने वह विशाल धनुष आसानी से उठा लिया |
22. यज्ञ शाला में धनुष टूटने के बाद क्या हुआ ?
यज्ञ शाला में धनुष टूटने के बाद सन्नाटा छा गया और महाराजा जनक की खुशी ठिकाना न रहा क्योंकि उनकी प्रतिज्ञा पूरी हो गयी थी|
23. महराज जनक ने कौन-सा संदेश महाराज दशरथ को भेजवाया ?
महराज जनक ने महाराजा दशरथ को राम और सीता के विवाह की खुशख़बरी और जनकपुरी बारात ले के आने का संदेश महाराजा दशरथ को भिजवाया|
24. विवाह से ठीक पहले विदेहराज ने महाराज दशरथ से क्या विनती की ?
विवाह से ठीक पहले विदेहराज ने महाराज दशरथ से यह विनती की कि वह अपनी छोटी पुत्री उर्मिला का विवाह लक्ष्मण से करा दें। विदेहराज के छोटे भाई कुशध्वज की दो पुत्रियाँ माँडवी और श्रुतकीर्ति का विवाह भरत और शत्रुघ्न के साथ स्वीकार कर लें|