NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aaroh Chapter 2 पतंग

Chapter 2 पतंग NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aaroh is available on this page that help in building a great foundation of concepts and make easy for the students to understand basics. There are six questions in Chapter 2 Class 12 Aaroh that will allow the students to evaluate their learning almost immediately. Chapter 2 पतंग is written by आलोक धन्वा where he depicts childlike desires on the pretext of kite.

NCERT Solutions for Class 12 Hindi Aroh Chapter 2 पतंग

Chapter 2 पतंग Class 12 Hindi Aaroh NCERT Solutions


1. 'सबसे तेज़ बौछारें गयीं, भादो गया' के बाद प्रकृति में जो परिवर्तन कवि ने दिखाया है, उसका वर्णन अपने शब्दों में करें।

उत्तर

सबसे तेज़ बौछारें तथा भादों के जाने के बाद सवेरा हुआ जो अत्यंत लालिमा और सुंदरता से परिपूर्ण था। वह सवेरा खरगोश की आँखों के समान लाल रंग का था। वातावरण स्वच्छ व धुला हुआ दिखाई देता है। धूप चमकीली होने लगी और फूलों पर तितलियाँ मंडराने लगीं। जब बच्चे के रंग-बिरंगे पतंग आकाश में उड़ाने लगे तो चारों ओर सीटियों और किलकारियों की आवाज़ गूंज उठी तथा तितलियों ने मधुर गुंजार शुरू कर दिया।

2. सोचकर बताएँ कि पतंग के लिए सबसे हलकी और रंगीन चीज़, सबसे पतला कागज़, सबसे पतली कमानी जैसे विशेषणों का प्रयोग क्यों किया है?

उत्तर

चूँकि पतंग में हल्के रंगीन कागज़ और पतली बाँस की कमानी का प्रयोग किया जाता है, ताकि वह उड़ सके इसलिए पतंग के लिए सबसे हलकी और रंगीन चीज़, सबसे पतला कागज़, सबसे पतली कमानी जैसे विशेषणों का प्रयोग किया गया है|

3. बिंब स्पष्ट करें
सबसे तेज़ बौछारें गयीं भादो गया
सवेरा हुआ
खरगोश की आँखों जैसा लाल सवेरा
शरद आया पुलों को पार करते हुए
अपनी नयी चमकीली साइकिल तेज़ चलाते हुए
घंटी बजाते हुए ज़ोर-ज़ोर से
चमकीले इशारों से बुलाते हुए और
आकाश को इतना मुलायम बनाते हुए
कि पतंग ऊपर उठ सके।

उत्तर

• तेज बौछारें गतिशील दृश्य बिम्ब
• सवेरा हुआ—स्थिर दृश्य बिम्ब ।
• खरगोश की आँखों जैसा लाल सवेरा—स्थिर दृश्य बिम्ब ।
• पुलों को पार करते हुए—गतिशील दृश्य बिम्ब ।
• साइकिल तेज चलाते हुए—गतिशील दृश्य बिम्ब ।
• घंटी बजाते हुए जोर-जोर से— श्रव्य बिम्ब
• आकाश को मुलायम बनाते हुए—स्पर्श बिम्ब ।

4. जन्म से ही वे अपने साथ लाते हैं कपास- कपास के बारे में सोचें कि कपास से बच्चों का क्या संबंध बन सकता है।

उत्तर

कपास व बच्चों के बीच अलग प्रकार का सम्बन्ध है। कपास की प्रकृति जैसे निर्मल और सुकोमल होती है, उसी प्रकार से बच्चे भी अत्यंत निर्मल और सुकोमल होते हैं। बच्चों में भी कपास की भाँति कोमलता झलकती है। कपास की तरह बच्चों के साफ़-स्वच्छ मन में भी कोई मेल नहीं होती।

5. पतंगों के साथ-साथ वे भी उड़ रहे हैं- बच्चों का उड़ान से कैसा संबंध बनता है?

उत्तर

पतंग बच्चों की कोमल भावनाओं का प्रतीक है, इसलिए पतंग के साथ बच्चों का अटूट संबंध है। पतंग उड़ाते समय वे अत्यधिक उत्साहित होते हैं। उनकी नजरें केवल आकाश पर टिकी होती हैं। उनकी इतनी एकाग्रता देखते हुए ऐसा लगता है मानो वे भी उड़कर आकाश को छू लेंगे|

6. निम्नलिखित पंक्तियों को पढ़ कर प्रश्नों का उत्तर दीजिए।
(क) छतों को भी नरम बनाते हुए
दिशाओं को मृदंग की तरह बजाते हुए
(ख) अगर वे कभी गिरते हैं छतों के खतरनाक किनारों से
और बच जाते हैं तब तो
और भी निडर होकर सुनहले सूरज के सामने आते हैं।
(i) दिशाओं को मंदग की तरह बजाने का क्या तात्पर्य है?
(ii) जब पतंग सामने हो तो छतों पर दौड़ते हुए क्या आपको छत कठोर लगती है?
(iii) खतरनाक परिस्थितियों का सामना करने के बाद आप दुनिया की चुनौतियों के सामने स्वयं को कैसा महसूस करते हैं?

उत्तर

(i) 'दिशाओं को मृदंग की तरह बजाने' का तात्पर्य है कि बच्चे चहकते और किलकारियाँ मारते सभी दिशाओं में दौड़ते-फिरते हैं जिस कारण उनके पदचापों से एक प्रकार का मनोरम संगीत उत्पन्न होता है। उनकी उत्साह-भरी आवाज़ इस संगीत के सुरों को और भी मधुर कर देता है।

(ii) जब पतंग सामने हो तो छतों पर कूदते हुए अथवा दौड़ते हुए उसकी कठोरता का अनुभव नहीं होता क्योंकि उस समय केवल पतंग ही दिखाई देती है और कोई कष्ट का अनुभव ही नहीं होता है।

(iii) खतरनाक परिस्थितियों का सामना करने के बाद हम दुनिया की चुनौतियों का मुकाबला करने में स्वयं को सक्षम पाते हैं। हममें साहस का संचार होता और डर का भाव मन से  निकल जाता है।

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