Extra Questions for Class 10 Sparsh Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा - लीलाधर मंडलोई Hindi
Chapter 12 तताँरा-वामीरो कथा Sparsh Extra Questions for Class 10 Hindi
प्रश्न 1. पाठ तथा लेखक का नाम लिखिए।
उत्तर
पाठ का नाम- तताँरा वामीरो कथा, लेखक- लीलाधर मंडलोई|
प्रश्न 2. तताँरा समुद्री बालू पर बैठकर क्या कर रहा था?
उत्तर
तताँरा समुद्र के किनारे विचारमग्न था। वह समुद्री बालू पर बैठकर सूरज की अंतिम रंग-बिरंगी किरण को निहार रहा था।
प्रश्न 3. तताँरा वामीरो कहाँ की कथा है?
उत्तर
तताँरा वामीरो निकोबार द्वीप की कथा है।
प्रश्न 4. वामीरो अपना गाना क्यों भूल गई?
उत्तर
लहरों से भीग जाने के कारण वामीरो के ध्यान में खलल आया और वह अपना गाना भूल गई।
प्रश्न 5. तताँरा और वामीरो के गाँव की क्या रीति थी?
उत्तर
तताँरा और वामीरो के गाँव की रीति थी कि कोई भी अपने गाँव से बाहर विवाह नहीं कर सकता था।
प्रश्न 6. किसकी तन्द्रा भंग हो गयी?
उत्तर
तताँरा वामीरो का मधुर स्वर सुनकर सुध-बुध खोये बैठा था कि अचानक समुद्र की एक लहर उठी और उस पर पड़ी जिससे उसकी तन्द्रा भंग हो गयी।
प्रश्न 7. तताँरा ने युवती से क्या पूछा?
उत्तर
तताँरा ने युवती से पुछा कि उसने अचानक इतना मधुर गीत गाना क्यों छोड़ दिया।
प्रश्न 8. तताँरा ने वामीरो से क्या याचना की?
उत्तर
तताँरा ने वामीरो से रोज समुद्र तट पर आने की याचना की।
प्रश्न 9. क्रोध में तताँरा ने क्या किया?
उत्तर
क्रोध में तताँरा ने अपनी तलवार पूरी ताकत से जमीन में घुसेड़ दी। उसके बाद उसने उस द्वीप को दो टुकड़ों में चीर दिया।
प्रश्न 10. तताँरा और वामीरो किस-किस गाँव के थे?
उत्तर
तताँरा पासा गाँव का था तथा वामीरो लपाती गाँव की थी|
प्रश्न 1. तताँरा की तलवार की क्या विशेषता थी?
प्रश्न 2. तताँरा की तलवार के बारे में लोगों का क्या मत था?
उत्तर
हालाँकि वह लकड़ी की तलवार थी, पर लोगों का मानना था कि उसमे अद्भुत शक्ति थी। वे मानते थे कि तताँरा अपने कारनामे उसी तलवार की मदद से करता था।
प्रश्न 3. वामीरो की माँ ने तताँरा के साथ कैसा व्यवहार किया?
उत्तर
वामीरो की माँ ने तताँरा को खूब खरी-खोटी सुनाई और उसका बहुत अपमान किया। यह सब सुनकर तताँरा ने स्वयं को अपमानित महसूस किया।
प्रश्न 4. कार-निकोबार के दो टुकड़े हो जाने पर वहां क्या सुखद परिवर्तन आया?
उत्तर
कार-निकोबार के दो टुकड़े हो जाने के पश्चात् द्वीप में यह सुखद परिवर्तन आया कि अब निकोबारी दूसरे गाँवों में भी वैवाहिक संबंध स्थापित करने लगे।
प्रश्न 5. निकोबार के लोग तताँरा को क्यों पसंद करते थे?
उत्तर
तताँरा परिचित और अजनबी सबकी एक जैसी मदद करता था। वह ताकतवर होने के बावजूद बड़ा ही शांत और सौम्य था इसलिए निकोबार के लोग तताँरा को पसंद करते थे।
प्रश्न 6. तताँरा समुद्र-तट पर घूमने क्यों आया था?
उत्तर
दिनभर परिश्रम करने के कारण तताँरा थक गया था । अपनी थकन मिटने और शांति का अनुभव करने के लिए वह समुद्र तट पर आया था।
प्रश्न 7. तताँरा की किन्हीं दो विशेषताएँ बताइये?
उत्तर
तताँरा की दो विशेषताएँ:
(i) तताँरा बहुत ही मददगार व्यक्ति था|
(ii) वह रूप में आकर्षक और व्यवहार में अत्यंत स्नेही था|
प्रश्न 8. तताँरा अपना क्या कर्तव्य समझता था?
उत्तर
तताँरा सभी द्वीप वासियों की सहायता करता था इसी कारण दूसरे गाँव के लोग भी सम्मान करते थे| वे तताँरा को अपने पर्व-त्योहारों पर विशेष रूप से आमंत्रित करते थे|
प्रश्न 9. तताँरा की नज़र किस पर पड़ी और वह क्या कर रही थी?
उत्तर
तताँरा को लपाती गाँव की अज्ञात कन्या के मधुर स्वर ने मोहित किया| इस कन्या का नाम वामीरो था| समुद्र तट पर ढलती हुई शाम के सौंदर्य और आकर्षक रंगों में डूबकर श्रृंगार-गीत गा रही थी।
प्रश्न 10. तताँरा ने अपनी सुध-बुध क्यों खो दी?
उत्तर
तताँरा वामीरो द्वारा गए श्रृंगार गीत में इतनी गहराई से डूब गया की वह अपनी सुध-बुध खो बैठा| गीत सुनकर उसकी चेतना लुप्त हो गयी| उसे किसी भी बात का होश नहीं रहा।
प्रश्न 11. तताँरा वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर
तताँरा वामीरो की त्यागमयी मृत्यु से निकोबार के लोगों ने अपनी कठोर नीति को तोड़ दिया। इस घटना के बाद से लोग दूसरे गाँवों में भी वैवाहिक संबंध रखने लगे।
प्रश्न 12. तताँरा और वामीरो का संबंध संभव क्यों नहीं था?
उत्तर
तताँरा और वामीरो का सम्बन्ध इसलिये संभव नहीं था क्योंकि दोनों अलग-अलग गाँव के थे। परंपरा और रीति-रिवाजों के अनुसार दोनों को एक ही गाँव का होना आवश्यक था।
प्रश्न 13. तताँरा का मन पशु-पर्व के दूसरे कार्यक्रमों में क्यों नहीं था?
उत्तर
तताँरा वामीरो से मिलने के लिए बेचैन था। वह वामीरो की प्रतीक्षा कर रहा था इसलिए उसका मन पशु-पर्व के कार्यक्रमों में नहीं था।
प्रश्न 1. वामीरो ने तताँरा को बेरुखी से क्या जवाब दिया?
उत्तर
वामीरो ने बेरुखी से तताँरा से पूछा कि वह कौन है और अजनबी होने के बावजूद उससे सवाल क्यों कर रहा है? उसने गाँव के नियम का हवाला देते हुए ये भी बताया कि दूसरे गाँव के लोगों के सवालों के जवाब देने को वो बाध्य नहीं है।
प्रश्न 2. निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए:
‘जब कोई राह न सूझी तो क्रोध का शमन करने के लिए उसमें शक्ति भर उसे धरती में घोंप दिया और ताकत से उसे खींचने लगा।'
उत्तर
तताँरा बहुत गुस्से में था क्योंकि उसे लगने लगा था कि गाँव वाले उसकी और वामीरो की शादी नहीं होने देंगे। उसकी समझ में कुछ नहीं आ रहा था। उसने अपने गुस्से पर काबू पाने के लिए अपनी तलवार को पूरी ताकत से जमीन में घोंप दिया। यह उस समय का दृश्य है जब तताँरा के क्रोध से द्वीप के दो टुकड़े हो जाते हैं।
प्रश्न 3. वामीरो से मिलने के बाद तताँरा के जीवन में क्या परिवर्तन आया?
उत्तर
वामीरो से मिलने के बाद तताँरा की जिंदगी ही बदल गई थी। उसका पूरा दिन उबाऊ हो गया था। किसी काम में उसका मन नहीं लग रहा था। जीवन में पहली बार वह किसी का इंतजार कर रहा था। उसे लग रहा था कि दिन कभी खत्म ही नहीं होगा।
प्रश्न 4. प्राचीन काल में मनोरंजन और शक्ति प्रदर्शन के लिए किस प्रकार के आयोजन किए जाते थे?
उत्तर
प्राचीन काल में शक्ति प्रदर्शन और मनोरंजन के लिए पशुओं की लड़ाई का आयोजन करवाया जाता था। कहीं-कहीं पर मनुष्य और पशु की लड़ाई भी होती थी। साथ में नाच और गाने का भी आयोजन होता था। भोज की भी व्यवस्था होती थी।
प्रश्न 5. तताँरा गुस्से से क्यों भर उठा?
उत्तर
तताँरा गुस्से से इसलिये भर उठा क्योंकि वामीरो की माँ उसका अपमान कर रही थी। वह नहीं चाहता था कि उसके कारण वारो को और कोई दुःख मिले। उसे गाँव की रीति पर छोभ था, वहीं अपनी असमर्थता पर खीझ थी।
प्रश्न 6. समुद्र तट के सायंकालीन वातावरण का वर्णन करें?
उत्तर
शाम का समय था, समुद्र का किनारा था, समुद्र से ठंडी हवाओं के झोंकें आ रहे थे| पक्षियों की चहचहाहटें धीरे-धीरे काम होती जा रही थीं| अस्त होता हुआ सूरज अपनी रंग-बिरंगी किरणों से समुद्र के जल को रंगीन बना रहा था।
प्रश्न 7. निम्नलिखित का आशय स्पष्ट कीजिए: ‘बस आस की एक किरण थी जो समुद्र की देह पर डूबती किरणों की तरह कभी भी डूब सकती थी।‘
उत्तर
तताँरा जब वामीरो का इंतजार कर रहा था तो उसे लग रहा था कि उसका इंतजार विफल जाएगा। हाँ, उसके पास उम्मीद की एक किरण बाकी थी और उसे लग रहा था कि वामीरो उससे मिलने आएगी।
प्रश्न 8. वामीरो की माँ क्रोधित क्यों थी?
उत्तर
वामीरो की माँ क्रोध में इसलिए थी क्योंकि उसकी बेटी गाँव वालों के सामने दूसरे गाँव के युवक से न केवल मिल रही थी, अपितु उसके सामने ज़ोर-ज़ोर से रो भी रही थी। उसकी पुत्री का यह कार्य पूरे गाँव में उसका अपमान करवा रहा था।
प्रश्न 1. तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद कहाँ गया? वहाँ के प्राकृतिक सौंदर्य का वर्णन अपने शब्दों में कीजिए।
उत्तर
तताँरा खूब परिश्रम करने के बाद समुद्र के किनारे गया। उस समय शाम का समय था। दूर क्षितिज पर सूरज डूब रहा था। चिड़ियों का झुंड अपने घोसलों की तरफ जा रहा था। ठंडी-ठंडी हवा मन को शांति प्रदान कर रही थी। डूबते सूरज की लाली से समुद्र के पानी पर रंग-बिरंगी आकृतियाँ बन रही थीं। आसमान भी तरह-तरह के रंगों की छटा बिखेर रहा था।
प्रश्न 2. 'तताँरा-वामीरो कथा' के माध्यम से क्या संदेश दिया गया है?
उत्तर
'तताँरा-वामीरो कथा' एक प्रसिद्ध लोक-गाथा हैजिसमे यह संदेश दिया गया है कि प्रेम को किसी बंधन, सीमा अथवा रीति-रिवाज में नहीं बाँधा जा सकता । यदि कोई जाति, धर्मं, क्षेत्र, प्रदेश आदि प्रेम कि पवित्र भावना पर पहरे लगाएगा और उसे पनपने का अवसर नहीं देगा,तो इसका परिणाम सुखद नहीं होगा ।समाज में जातीय, धार्मिक और सामाजिक भेद में और अधिक वृद्धि होगी,जिससे अंततः मानवता को ही नुकसान पहुँचेगा । अत: हमें सभी प्रकार के भेद-भावों को मिटाकर सभी को अपनाना चाहिए ।
प्रश्न 3. निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में निकोबारियों का क्या विश्वास है?
उत्तर
निकोबार द्वीपसमूह के विभक्त होने के बारे में एक दंतकथा प्रसिद्ध है। जब वो एक ही द्वीप हुआ करता था, तब तताँरा नाम के एक युवक को दूसरे गाँव की वामीरो नाम की युवती से प्रेम हो गया। उन दिनों के नियम के अनुसार उनका विवाह होना संभव नहीं था। दोनों के गाँव वाले इसके खिलाफ थे। अपनी असहाय स्थिति देखकर तताँरा को एक दिन इतना गुस्सा आया उसने अपनी तलवार से द्वीप को दो टुकड़ों में काट दिया। उसके बाद लोगों की आँखें खुलीं और उन्होंने पुराने नियमों को तोड़ दिया।
प्रश्न 4. कहानी के आधार पर आपके मस्तिष्क में गाँव वालों की कैसी छवि बनती है?
उत्तर
गाँव वाले रुढियों और परम्पराओं के गुलाम हैं । वे अपनी पुरानी परम्पराओं से बंधे हुए हैं तथा उससे बाहर नहीं निकलना चाहते।जब तताँरा और वामीरो इन रुढियों और परम्पराओं का विरोध करते हुए अपना बलिदान दे देते है तो गाँववालों की आँखें खुलती हैं। वे समझ जाते हैं कि उनके विचारों में परिवर्तन जरुरी है। उन्हें यह भी समझ आ जाता है कि प्रेम किसी धर्मं,जाति,सम्प्रदाय,ऊँच-नीच आदि को नहीं देखता ।
प्रश्न 5. तताँरा का व्यक्तित्व कैसा था?
उत्तर
तताँरा लोक सेवक युवक था वह शरीर से बलिष्ठ और आकर्षक तो था ही, वह हमेशा सबकी सहायता करने के लिए तत्पर रहता था। उसकी पोषक पारम्परिक थी उसकी कमर मैं सदैव एक लकड़ी की तलवार लटकती थी। जिसके बारे में मान्यता थी की उसमें दैवीय शक्तियां हैं और किसी ने भी उसको इस्तेमाल करते हुए नहीं देखा था। तताँरा की समाज सेवा के लिए उसे विशेष रूप से हर गाँव में आमंत्रित किया जाता था।
प्रश्न 6. युवती के भीतर कोमल भावना का संचार क्यों हुआ? वह कैसा जीवन साथी चाहती थी और उसने युवक को भूल जाना ही क्यों ठीक समझा?
उत्तर
युवती ने अपने सामने तताँरा जैसे नवयुवक को देखा तो उसके मन में उसके प्रति प्रेम की कोमल भावना जग गयी, वह अपने लिए सुन्दर, बलिष्ठ किन्तु शांत और भोला युवक चाहती थी पर वह युवक को इसलिए भूलना चाहती थी क्योंकि वह दूसरे गाँव का था और उनके गाँव की प्रथा अन्य गाँव के युवक या युवती के आपस में विवाह की अनुमति नहीं देते थे।
प्रश्न 7. पासा गाँव में पशु पर्व का क्या आयोजन किया जाता था और इस बार तताँरा का मन कार्यक्रम में क्यों नहीं लग रहा था?
उत्तर
पशु पर्व में बलशाली व तंदुरुस्त पशुओं का प्रदर्शन होता था, नवयुवकों की शक्ति की परीक्षा के लिए पशुओं और नवयुवकों की प्रतियोगिताएं भी होती थीं, बाद में संगीत-नृत्य का आयोजन होता था पर तताँरा अपनी प्रेमिका के प्रेम में पूरी तरह डूबा हुआ था इसलिए उसका मन किसी भी कार्यक्रम में नहीं लग रहा था|
प्रश्न 8. ‘रूढ़ियाँ जब बंधन बन बोझ बनने लगें तब उनका टूट जाना ही अच्छा है।'- क्यों? स्पष्ट कीजिए।
उत्तर
यह बात बिलकुल सही है कि रूढ़ियाँ जब बोझ बनने लगें तो उनका टूट जाना ही अच्छा है। कोई भी नियम एक अनूठे सामाजिक परिवेश की देन होता है। समय के साथ चीजें बदल जाती हैं। लोगों की मानसिकता और सामाजिक ढांचा परिवर्तनशील होता है। जो बात एक खास समय में उचित लगती है, वही बात बदले हुए परिवेश में व्यावहारिक तौर पर अपनी सार्थकता खो देती है। ऐसे में वो बात हमारे लिए बोझ बन जाती है। इसलिए उचित अवसर पर पुरानी प्रणाली को तोड़ना ही अच्छा होता है।
प्रश्न 9. वामीरो की मनोदशा का चित्रण कीजिए।
उत्तर
वामीरो की मनोदशा थोड़ी जटिल है क्योंकि एक ओर जहाँ वह दूसरे गाँव के युवक तताँरा से प्रेम करती है, तो दूसरी ओर अपने गाँव की मर्यादा रूपी तलवार उसके ह्रदय पर खिंची हुई थी। यही कारण था कि वह असमंजस की स्थिति में रहती है और किसी अन्य कार्य में उसका मन नहीं लगता है। वह ऊपर से कठोरता व शुष्कता दिखाती है, किन्तु भावनात्मक स्तर पर तताँरा के प्रेम में वह पूरी तरह भीग चुकी है।