Extra Questions for Class 9 स्पर्श Chapter 10 दोहे - रहीम Hindi
Chapter 10 दोहे रहीम Sparsh Extra Questions for Class 9 Hindi
प्रश्न 1. नट किस कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।
उत्तर
नट कुण्डली मारने की कला में सिद्ध होने के कारण ऊपर चढ़ जाता है। वह कुण्डली में सिमट जाता है और छलाँग मारकर रस्सी के ऊपर चढ़ जाता है।
प्रश्न 2. सागर की बड़ाई क्यों नहीं होती? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।
उत्तर
सागर की बड़ाई क्यों नहीं होती? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।
प्रश्न 3. अवध नरेश चित्रकूट में कब व क्यों रहे?
उत्तर
अवध नरेश श्रीरामचंद्र सीता व लक्ष्मण के साथ कुछ समय के लिए चित्रकूट में तब रहे थे, जब उन्हें वनवास मिला था। विपत्ति के समय शान्ति पाने के उद्देश्य से वे यहाँ रहे थे।
प्रश्न 4. विपत्ति में मनुष्य का सहायक कौन होता है?
उत्तर
उत्तर - विपत्ति में मनुष्य का सहायक अपनी सम्पत्ति होती है। बाहरी सहायता से कोई लाभ नहीं होता है। कमल की रक्षा पानी करता है, न कि सूर्य।
प्रश्न 5. रहीम पशु से भी तुच्छ किसे मानता है तथा क्यों?
उत्तर
रहीम ने पशु से तुच्छ कंजूस व्यक्ति को माना है, क्योंकि वह रीझकर भी कुछ दान नहीं करता।
प्रश्न 6. दु:खी व्यक्ति के साथ संसार कैसा व्यवहार करता है?
उत्तर
दुखी व्यक्ति का संसार मज़ाक उड़ाता है। वह उसके कष्टों को कम नहीं करता। अतः मनुष्य को अपनी पीड़ा दूसरे को नहीं कहनी चाहिए।
प्रश्न 7. चित्रकूट का क्या महत्त्व है?
उत्तर
चित्रकूट को अवध- नरेश श्रीराम का निवास माना जाता है। वे संकटमोचक हैं। जिस पर संकट पड़ता है, वे यहीं आते हैं।
प्रश्न 8. रहीम ने किस लोकसत्य को बताया है?
उत्तर
कवि ने बताया है कि छोटी चीज अगर लोक हितकारी है तो वह धन्य है। समाज के काम न आने वाली बड़ी चीज का कोई लाभ नहीं है।
प्रश्न 9. बिगड़ी बात दोबारा क्यों नहीं बन पाती ?
उत्तर
कवि कहता है कि एक बार बात बिगड़ने से मन में संदेह उत्पन्न हो जाता है। ऐसी स्थिति में व्यक्ति कुतर्क करने लग जाता है।
प्रश्न 10. कवि ने पानी का क्या महत्त्व बताया है?
उत्तर
कवि बताता है कि पानी के बिना संसार सूना है। पानी के अभाव में व्यक्ति, मोती तथा आटा तीनों निरर्थक हैं।
लघु उत्तरीय प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. रहीम के अनुसार मोती का मूल्य कब तक होता है?
उत्तर
मोती का मूल्य तब तक होता है जब तक उस पर चमक होती है। मोती की वास्तविकता गुणवत्ता उसके बाहरी भाग पर विद्यामान चमक ही है। जब चमक नहीं रहती है, तो वह मूल्यहीन हो जाता है।
प्रश्न 2. रहीम के दोहों की विशेषताएँ बताइए ।
उत्तर
रहीम ने नीतिपरक दोहों की रचना की है। ये दोहे जहाँ एक ओर पाठक को औरों के साथ कैसा बरताव करना चाहिए, इसकी शिक्षा देते हैं, वहीं मानव मात्र को करणीय और अकरणीय आचरण की भी नसीहत देते हैं। इन्हें एक बार पढ़ लेने के बाद भूल पाना संभव नहीं है। जैसे ही हमारा सामना उन स्थितियों से होता है, ये हमें याद आते हैं।
प्रश्न 3. जलहीन कमल की रक्षा सूर्य भी क्यों नहीं कर पाता है? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।
उत्तर
जलहीन यानी पानी बिना कमल की रक्षा सूर्य भी नहीं कर सकता, यद्यपि सूर्य ही कमल को खिलाता है। वह कमल खिलेगा जो पानी के मध्य स्थित है। अर्थात् दूसरा भी हमारी मदद तभी कर पाता है जब हमारे पास कुछ होता है। साधनहीन की कोई मदद नहीं करता।
प्रश्न 4. रहीम के अनुसार कौन-सा जल स्रोत या साधन उपयोगी होता है? रहीम के पद के आधार पर लिखिए।
उत्तर
रहीम के अनुसार, वही जल स्रोत या साधन मनुष्य के लिए उपयोगी होता है जो उसके काम आता है। सागर कितना भी बड़ा हो किंतु वह किसी की प्यास नहीं बुझा पाता, इसलिए अनुपयोगी होता है। इसके विपरीत पंक का जल भी लघु जीवों के काम आने के कारण उपयोगी कहलाता है। इसलिए महत्व उपयोग में आने का है, विस्तार का नहीं।
प्रश्न 5. कवि ने दोहे छंद की क्या विशेषता बताई है?
उत्तर
कवि रहीम ने दोहे की विशेषता बताते हुए कहा है कि दोहे में शब्द कम होते हैं, परंतु अर्थ अधिक होता है। वह 'गागर में सागर' के समान है। जिस प्रकार नट छोटी-सी कुंडली में सिमटकर कूदकर रस्सी पर चढ़ जाता है, उसी प्रकार दोहा छोटा होते हुए भी गहरे भाव को व्यंजित करता है।
निबंधात्मक प्रश्नोत्तर
प्रश्न 1. ‘रहिमन देखि बड़ेन को, लघु न दीजिये डारि' - पंक्ति के माध्यम से कवि ने क्या संदेश दिया है?
उत्तर
रहीम कहते हैं कि हमें बड़ों के सामने छोटों की उपेक्षा नहीं करनी चाहिए। संसार में पद, धन, बल आदि में बड़े की ही पूजा होती है, परंतु छोटों का महत्त्व भी कम नहीं है । कवि सुई व तलवार का उदाहरण देते हुए कहता है कि जहाँ सुई का कार्य होता है, वहाँ तलवार काम नहीं आती । रचना व बुनावट का काम सुई ही कर सकती है। अतः संसार में राजा के साथ रंक का भी बराबर का महत्त्व है।
प्रश्न 2. रहीम के दोहे के आधार पर बताइए कि आप तालाब के जल को श्रेष्ठ मानते हैं या सागर के जल को और क्यों?
उत्तर
रहीम ने अपने दोहे में सागर में स्थित विशाल मात्रा वाले जल और तालाब में स्थित लघु मात्रा में कीचड़ वाले जल का वर्णन किया है। इन दोनों में मैं भी तालाब वाले पानी को श्रेष्ठ मानता हूँ। यद्यपि समुद्र में अथाह जल होता है, परंतु उसके किनारे जाकर भी जीव-जंतु प्यासे के प्यासे लौट आते हैं। दूसरी ओर तालाब में स्थित कीचड्युक्त पानी विभिन्न प्राणियों की प्यास बुझाने के काम आता है। अपनी उपयोगिता के कारण यह पंकिल जल सागर के खारे जल से श्रेष्ठ है।
प्रश्न 3. रहीम ने दान की महिमा किस प्रकार सिद्ध की है?
उत्तर
रहीम ने अपने दोहे में दान की महिमा को बताया है। सच्चा मनुष्य वह है, जो प्रसन्नता की दशा में धन-संपदा दान करने को तैयार हो जाता है। पशु का उदाहरण देते हुए कवि बताता है कि हिरण भी संगीत की तान सुनकर मुग्ध हो जाता है और शिकारी उसकी मुग्धता का लाभ उठाकर उसका शिकार कर लेता है। इस प्रकार वह अपना शरीर देकर भी संगीत का आनन्द लेता है। मनुष्य भी धन का दान करता है, परंतु कुछ कंजूस प्रसन्न होकर भी दान नहीं करते। वे पशु से भी बढ़कर होते हैं जो रीझकर भी धन नहीं देते।
प्रश्न 4. सुई तथा तलवार के उदाहरण द्वारा कवि क्या संदेश देना चाहते हैं?
उत्तर
रहीम का मानना है कि प्रत्येक छोटी-बड़ी वस्तु की अपनी अलग-अलग उपयोगिता होती है, इसलिए वह कहते हैं कि कभी भी धनी मित्रों को पाकर निर्धन मित्रों को नहीं भूलना चाहिए। इसके लिए रहीम सुई और तलवार का उदाहरण देते हुए कहते हैं कि जहाँ सुई का काम होता है, वहाँ तलवार व्यर्थ हो जाती है। इस प्रकार रहीम इस उदाहरण के माध्यम से समाज में सभी के सम्मान का संदेश देते हैं। सभी वस्तु भले ही वे छोटी ही क्यों न हों, उपयोगी होती हैं इसलिए छोटे व्यक्तियों या छोटी वस्तुओं का तिरस्कार नहीं करना चाहिए।